- प्रभारी रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी के साथ अभद्रता व मारपीट का आरोप

- प्रभाष द्विवेदी ने थाने में दर्ज कराई थी पांच आरोपियों पर एफआईआर

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में एक ओर जहां वीसी व रजिस्ट्रार का मामला चल रहा है, वहीं कर्मचारियों द्वारा अधिकारी से अभद्रता व मारपीट के मामले में भी जांच चल रही है. जिसमें जांच कमेटी के संयोजक रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट जज ने सभी आरोपी कर्मचारियों को नोटिस जारी किया है. जिनसे अपने लिखित पक्ष मांगे गए हैं. साथ ही कोई सुबूत उनके पास है तो उसको भी उपलब्ध कराने के निर्देश हैं, ताकि जांच में वे आरोपों से बच सकें. इस संबंध में आरोपी कर्मचारियों में से एक ने प्रो वीसी से भी इस संबंध में अपनी बात रखी.

यह था मामला

रजिस्ट्रार मनोज कुमार को वीसी द्वारा कार्यमुक्त किए जाने के बाद डीआर प्रभाष द्विवेदी को रजिस्ट्रार का पद संभालने के लिए दिया था. प्रभाष द्विवेदी ने इस पद को संभालते ही सभी डेलीवेज कर्मचारियों की नियुक्ति को अवैध करार दे दिया था. जिसको लेकर सभी डेलीवेज कर्मचारी भड़क गए थे और प्रभाष द्विवेदी के साथ हंगामा करते हुए अभद्रता कर दी थी. इस मामले में प्रभाष द्विवेदी की ओर से पांच कर्मचारियों को आरोपी करार देते हुए थाना मेडिकल में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.

ये हैं आरोपी

प्रभाष द्विवेदी की ओर से दर्ज रिपोर्ट में एग्जाम डिपार्टमेंट कर्मचारी कपिल शर्मा, कंप्यूटर डिपार्टमेंट से अवधेश त्यागी, एमबीए डिपार्टमेंट से मनोज त्यागी, डीएसडब्ल्यू डिपार्टमेंट से रमेश यादव और परीक्षा विभाग से कर्मचारी शिवकुमार को आरोपी ठहराया था. इन सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद कर्मचारी इकट्ठा होकर डीएम के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे. जहां सिविल लाइन सीओ वंदना मिश्रा ने एक कर्मचारी को छेड़छाड़ के आरोप में जेल भी भेज दिया. इससे कर्मचारियों में शासन व प्रशासन का खौफ हो गया और वे टूट गए.

प्रभाष द्विवेदी बनाम कपिल

यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से प्रभाष द्विवेदी बनाम कपिल के मामले वीसी द्वारा एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई. इस प्रशासनिक जांच कमेटी में संयोजक रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट जज एके अग्रवाल और अरुण कुमार यादव व प्रोफेसर सुधीर कुमार को सदस्य बनाया गया है. जांच कमेटी ने सभी आरोपी कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि उनको शिकायत की छाया प्रति संलग्न करते हुए अपेक्षा की जाती है कि वे ख्ब् दिसंबर को अपराह्न साढ़े तीन बजे तक इस शिकायत के संबंध में अपना पक्ष लिखित रूप से अपने साक्ष्य यदि कोई हो तो पेश करेंगे.

पेश तो होना होगा

सभी आरोपी कर्मचारियों से कहा गया है कि यदि वे ऐसा नहीं करते और नियत डेट व समय जांच समिति के समक्ष उपस्थित नहीं होते हैं तो जांच समिति द्वारा यह समझा जाएगा कि आरोपी कर्मचारी अपनी सफाई में कुछ नहीं कहना चाहते हैं और जांच समिति द्वारा कार्यवाही एक पक्षीय रूप से आगे बढ़ा दी जाएगी. इसी दिन यह जांच कमेटी अपनी अग्रिम कार्यवाही करेगी. इस संबंध में एक कर्मचारी शिव कुमार शनिवार को प्रो वीसी से मिला और अपनी सफाई रखी. इस दौरान उसने कहा कि इस झगड़े में वह वहां था ही नहीं तो उसका नाम कैसे लिख दिया गया. इसको लेकर उसको अपना पक्ष समिति के सामने रखने को कहा गया.