- लोहिया इंस्टीट्यूट के शासी निकाय की 27वीं बैठक में लिया निर्णय

- कर्मचारियों को एसजीपीजीआइ के बराबर वेतन-भत्ते

LUCKNOW: मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए मानव शरीर की संरचना की पढ़ाई और रिसर्च कार्यो के लिए देहदान करने वालों के परिजनों को गोमती नगर स्थित डॉ। राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में इलाज कराने पर 25 परसेंट की छूट दी जाएगी। सोमवार को मुख्य सचिव आलोक रंजन की अध्यक्षता में हुई संस्थान की 27वीं शासी निकाय की बैठक में यह निर्णय लिया गया। मीटिंग में कहा गया कि ये देहदान करने वाले व्यक्ति का एक तरह से सम्मान होगा।

बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

मुख्य सचिव ने कहा कि संस्थान ने नवीन परिसर के समीप स्वास्थ्य विभाग की ओर से बने 200 बिस्तरों वाले मातृ एवं शिशु चिकित्सालय को लोहिया संस्थान को स्थानांतरित किया जाए। साथ ही इसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। जिसमें पीडियाट्रिक्स, स्त्री एवं बाल रोग, पीडियाट्रिक्स सर्जरी, रिप्रोडक्टिव मेडिसिन, एंडोक्रायनोलॉजी, एंडोक्राइन सर्जरी, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन, एनेस्थीसियोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग की स्थापना प्राथमिकता के आधार पर पूरी करायी जाए।

निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के आदेश

मुख्य सचिव ने गोमती नगर विस्तार योजना में आवंटित 20 एकड़ भूमि पर इंस्टीट्यूट के छात्रों, सीनियर, जूनियर रेजिडेंट के छात्रावास, ऑडिटोरियम, स्पोर्ट कॉॅम्पलेक्स, गेस्ट हाउस, कम्युनिटी सेंटर, क्लब हाउस, शिक्षक व पैरामेडिकल स्टाफ के आवास, ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एवं नर्सिंग कॉलेज का निर्माण जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि संस्थान में मरीजों व तीमारदारों की सुविधा के लिए परिसर में शुलभ शौचालय का निर्माण कराया जायेगा।

एपीलेप्सी मॉनीटरिंग यूनिट की होगी स्थापना

मुख्य सचिव ने कहा कि नींद से संबंधित बीमारियों का पता लगाने के लिएन्यूरोलॉजी विभाग में एपीलेप्सी मॉनीटरिंग यूनिट और पॉली सोम्नोग्राफी यूनिट की स्थापना जल्द से जल्द की जाए। यह प्रदेश में अपने तरह की पहली यूनिट होगी। संस्थान के गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को एसजीपीजीआइ कर्मचारियों के बराबर वेतन, भत्ते व अन्य सुविधाएं देने की कार्यवाही जल्द पूरी करने के आदेश दिए। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा अनूप चन्द्र पांडेय, निदेशक डॉ। दीपक मालवीय, केजीएमयू के वीसी प्रो। रविकांत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।