विभिन्न योजनाओं में 20-20 सालों से आवंटी दबाए बैठें हैं प्राधिकरण का पैसा

अंतिम नोटिस जारी करने की प्रक्रिया आरंभ, नहीं चेते तो गंवाना पड़ेगा प्लाट-फ्लैट

Meerut। प्राधिकरण के कर्मचारियों से मिलीभगत कर सालों से संपत्ति की किस्त जमा न करने वाले आवंटियों का अब आवंटन निरस्त होगा। एमडीए वीसी साहब सिंह ने साफ कर दिया कि या तो पूरा भुगतान करो नहीं तो आवंटन निरस्त कर मौजूदा दरों पर संपत्ति किसी और को आवंटित कर दी जाएगी।

प्राधिकरण का अटका करोड़ों

प्राधिकरण सचिव राजकुमार ने बताया विभिन्न आवासीय योजनाओं में बड़ी संख्या में आवंटियों ने प्राधिकरण का भुगतान नहीं किया है। कहीं-कहीं तो आवंटी ने अलाटमेंट फीस के एक भी किस्त जमा नहीं की तो ज्यादातर ने एक-दो किस्तें ही जमा की हैं। प्राधिकरण की ओर से बकाएदारों को लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं किंतु आवंटी द्वारा नोटिस को संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। ऐसे आवंटियों की संख्या हजारों में है।

कर्मचारियों से है मिलीभगत

पड़ताल में निकलकर आया कि एमडीए के कर्मचारियों की मिलीभगत से आवंटी लंबे समय से 'खेल' कर रहे हैं। वहीं यह भी मालूम चला है कि आवंटी (डिफाल्टर) के पते पर नोटिस भेजे ही नहीं जाते बल्कि उनकी एक कॉपी फाइल में लगाकर जिम्मेदारी पूरी कर ली जाती है। एमडीए वीसी ने ऐसे कर्मचारियों को चिह्नित करने का काम भी शुरू कर दिया है। मंगलवार को 4 कर्मचारियों से संपत्ति विभाग से हटाया गया।

नहीं जारी होगी आरसी

किस्त जमा न करने वाले आवंटियों के खिलाफ प्राधिकरण अब आरसी जारी नहीं करेगा बल्कि अंतिम नोटिस देकर आवंटन निरस्त करेगा। अपर सचिव की ओर से आरसी की 20 फाइलों को सचिव ने यह कहते हुए आगे नहीं बढ़ाया कि इससे वसूली फिर अटक जाएगी। ऐसे में संपत्ति विभाग के सभी पटलों को डिफाल्टर की लिस्ट बनाने के आदेश दिए हैं। अंतिम नोटिस भेजने का कार्य मार्च प्रथम सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा।

प्राधिकरण के हजारों आवंटी किस्त का नियमित भुगतान नहीं कर रहे हैं। ऐसे आवंटियों की लिस्टेड करके उन्हें अंतिम नोटिस भेजा जाएगा। भुगतान न करने पर उनका आवंटन निरस्त होगा।

साहब सिंह, वीसी, एमडीए