-पब्लिक को इससे हो सकता है इंफेक्शन

-सीएमओ ने सरकारी और प्राइवेट हॉस्पीटल्स को जारी किये आदेश

आगरा। बायोमेडिकल वेस्ट से फैलने वाले संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ ने इस पर सख्त रूख अपनाया है। सिटी के कई हॉस्पीटल्स और क्लीनक्स पर बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की सही प्रक्रिया फॉलो नहीं होती है। इस पर एनजीटी ने खासी नाराजगी जाहिर की है। सीएमओ डॉ। मुकेश कुमार वत्स ने एनजीटी अधिकारियों से बात करने के बाद आदेश दिये हैं कि अब हॉस्पीटल्स और क्लीनिक्स से बिना बारकोड के बायोमेडिकल वेस्ट बाहर नहीं जाएगा।

स्मार्ट सिटी को हो रही थी हानि

बायोमेडिकल वेस्ट के ठीक से निस्तारण न हो पाने स्मार्ट सिटी के टैग पर भी धब्बा लग रहा है। हॉस्पीटल्स में सही मानकों के हिसाब से बायोमेडिकल वेस्ट को कलेक्ट नहीं किया जाता है। इसे बाहर निस्तारण के लिए ले जाया जाता है। इससे सिटी में संक्रमण फैल सकता है। जिससे लोगों में गंभीर बीमारियां होने का खतरा है। इससे निपटने के लिए सीएमओ ने आदेश जारी किये हैं कि सिटी के सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पीटल्स सहित पीएचसी और सीएचसी से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट के बैग पर बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण करने वाली कंपनी जेआरआर द्वारा बारकोड लगाया जाएगा। इससे ये पता चल सकेगा कि बायोमेडिकल वेस्ट का कौन-सा बैग कहां से आया है।

ठीक से निस्तारण न होने की आ रही थीं शिकायत

सिटी में हॉस्पीटल्स और क्लीनिक्स के द्वारा खुले में बायोमेडिकल वेस्ट फेंकने की शिकायतें आ रही थीं। एनजीटी के आला अधिकारियों ने सीएमओ से इस पर मीटिंग की। इस मीटिंग में इन अधिकारियों ने सीएमओ से इस पर नाराजगी जाहिर की थी। इससे आगरा की स्मार्ट सिटी के टैग को धब्बा लग रहा है। इस पर सीएमओ ने बारकोड लगाने के आदेश जारी कर दिये। बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की प्रक्रिया को फॉलो न करने वालों पर हैल्थ डिपार्टमेंट कड़ी कार्रवाई करेगा।

बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण के लिए बिना बार कोड के हॉस्पीटल के बाहर नहीं जा सकेगा। कंपनी द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट के बैग पर बारकोड लगवाया जाएगा। जो इस प्रोसेस को फॉलो नहीं करेंगे उनके लाइसेंस निरस्त कर दिये जाएंगे।

-डॉ मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ