-राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में 15 दिन बाद शुरू होगी डेंटल यूनिट
- दो डेंटिस्ट की हुई तैनाती, टेस्ट और मेडिसिन की भी नहीं देनी होगी फीस
बरेली: अब दांतों की सेहत सुधारने और हेल्दी रखने के लिए आपको रुपए नहीं खर्च नहीं करने पड़ेंगे। साथ ही इधर-उधर भटकना भी नहीं होगा। क्योंकि जल्द ही बांसमंडी स्थित राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में दांतों का भी ट्रीटमेंट किया जाएगा, वो भी बिल्कुल मुफ्त। आपको बता दें कॉलेज प्रबंधन द्वारा जुलाई में भेजे गए प्रस्ताव को शासन की ओर से ग्रीन सिग्नल मिल गया है। साथ ही इसके लिए बजट भी मिल चुका है। कॉलेज के प्रिसिंपल के मुताबिक 15 दिन में यूनिट शुरू कर दी जाएगी।
हाईटेक होंगी मशीनें
आयुर्वेदिक मेडिकल के अंदर ही दो रूम्स में डेंटल यूनिट की शुरुवात की जाएगी। प्रबंधन के अनुसार यूनिट का लगभगं 80 परसेंट काम पूरा हो गया है। बाकी का कार्य महज 10 दिन में खत्म कर लिया जाएगा। वहीं यहां पर डेंटल चेयर कंप्रेशर, हैंडपीस, क्लीनिंग, कैबिटी हीलिंग, कैंपिंग और एक्सरे आदि की हाईटेक मशीनें लगाई गई हैं। जिससे पेशेंट्स के दांतों का ट्रीटमेंट किया जाएगा।
जांच भी फ्री, दवा भी फ्री
डेंटल यूनिट में पेशेंट्स को एक्सरे के साथ ही दूसरी जांचों की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही यहां पर डॉक्टर्स जो भी दवा लिखेंगे वो भी फ्री मिलेंगी और जांच के लिए भी कोई फीस नहीं देनी होगी। वहीं आपको बता दें दांतों की कैंपिंग, हीलिंग आदि के लिए प्राइवेट में जहां 500-5000 रुपए देने पड़ते हैं। वहीं यहां पर यूनिट शुरू होने के बाद यह सारी सुविधाएं फ्री मिलेंगी।
दो डॉक्टर्स की होगी तैनाती
प्रबंधन ने यूनिट शुरु होने से पहले ही दो डॉक्टर की तैनाती यूनिट में कर दी है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ। दिनेश कुमार मौर्य और डॉ। अनिल वर्मा यूनिट में मरीजों को सेवाएं देंगे। दो अन्य डॉक्टरों की भी वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर यहां तैनात किए गए हैं।
गंभीर बीमारियों का भी ट्रीटमेंट
कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में वैसे फीवर, जुकाम, खांसी आदि के साथ कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। वहीं अब दांतों से संबंधित सभी तरह का ट्रीटमेंट दिया जाएगा।
स्टूडेंट्स करेंगें पेशेंट्स को अवेयर
कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को भी मरीजों को अवेयर करने की जिम्मेदारी दी गई है। स्टूडेंट्स यहां आने वाले मरीजों को आयुर्वेदिक से इलाज के प्रति जागरुक करेंगे। वहीं बीमारियों से बचने के लिए भी अवेयर करेंगे।
वर्जन
6 माह पहले कॉलेज में डेंटल यूनिट खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा था जिसको मंजूरी मिल गई है। बजट प्राप्त होने के बाद यूनिट बनाने का कार्य शुरु कर दिया गया है। 15 दिन बाद से लोगों को दांत संबंधी बीमारियों का भी इलाज मिल सकेगा।
डॉ दिनेश कुमार मौर्य, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज।