- ड्राइविंग टेस्ट की निगरानी करेंगे कैमरे
- बिना टेस्ट पास किए नहीं बन सकेगा डीएल
GORAKHPUR: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की राह अब कठिन होने वाली है। अभी तक आरटीओ में बिना गाड़ी चलवाए ही आवेदक को पास कर दिया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा। जो वास्तव में लाइसेंस का हकदार है उसी का डीएल बन सकेगा। इसके लिए रिटेन के साथ ही ड्राइविंग टेस्ट के लिए भी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए यूपी परिवहन विभाग और केंद्रीय परिवहन विभाग की टीमों ने बैठक भी की थी। जिसमें तय हुआ है कि जिसे ड्राइविंग की जानकारी हो उसका ही डीएल बने इसके लिए कैमरे लगाना बेहद जरूरी है।
दिसंबर में तैयार हो जाएगा डीटीआई
गोरखपुर आरटीओ प्रशासन श्याम लाल ने बताया कि चारगांवा में ड्राइवर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट 'डीटीआई' बन रहा है। ये दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। यहां पर रीटेन के साथ ही ड्राइविंग टेस्ट के लिए भी कैमरे लगे रहेंगे। आरआई ड्राइविंग के टेस्ट की गतिविधियां कमरे में बैठे- बैठे देख सकेगा। इसमें जिसको गाड़ी चलाने नहीं आएगी उसका डीएल नहीं बनेगा।
डीटीआई में होगी पढ़ाई
डीटीआई बनने के बाद गोरखपुर के लोग अब यहां पर गाड़ी भी सीख सकते हैं। इसके साथ ही इसकी पढ़ाई भी यहां कराई जाएगी। जिसके बाद यहां ट्रेंड होकर लोग आसानी से अपना लाइसेंस बनवा सकेंगे।
अनट्रेंड ड्राइवर बनते हादसे का कारण
अधिकारियों की मानें तो इधर लगातार सड़क हादसों का ग्राफ बढ़ा है। इसकी एक वजह ये भी है कि कई लोग अनट्रेंड होते हुए भी गाड़ी लेकर सड़क पर फर्राटा भरने लगते हैं। जिससे सड़कों पर हादसे भी होते हैं। इन्हें सड़क पर चलने का कोई नियम ठीक से पता ही नहीं होता है और ये जुगाड़ से लाइसेंस बनवाकर अपना काम चलाते हैं।
बांटे जा रहे डीएल
गोरखपुर आरटीओ दफ्तर के मौजूदा समय के जो हालात हैं वो बिल्कुल ही अलग हैं। इस समय यहां पर ना तो गाड़ी चलवाने की जगह है ना ही इस पर अधिकारी ही जोर देते हैं। रिटेन पास हुए आवेदक से ये पूछते हैं कि कौन सी गाड़ी चलाते हो और कैसे गाड़ी चलाई जाती है। ये सिंपल सा क्वेश्चन पूछ काम चलाते हैं। कभी-कभी तो जनाब ये भी पूछना भूल जाते हैं और आवेदक को उसी तरह पास कर देते हैं। इस तरह यहां रेवड़ी की तरह डीएल बांटे जाते हैं।
अवधि होगी कम
अब डीएल बनने के बाद उसकी अवधि अधिक दिन के लिए नहीं होगी। अभी तक 20 से 30 साल तक की अवधि डीएल की होती है।
फैक्ट फिगर
हर दिन टू व्हीलर्स के लिए आवेदन-100-150
हर दिन फोर व्हीलर्स के लिए आवेदन- 80-100
वर्जन-
चारगांवा में डीटीआई बनाया जा रहा है। यहां पर कैमरे से लगाए हर तरह की मशीने लगेंगी। यहां पर पढ़ाई भी होगी।
श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन