- ट्रैफिक रूल्स अनफॉलो करने पर घर पहुंचेगा ई-चालान

- दो दर्जन टीएसआई को इंजीनियर्स द्वारा दी गई ट्रेनिंग

आगरा। आप रोड पर चल रहे हैं, तो ट्रैफिक रूल्स फॉलो करते रहें। कहीं भी रेड लाइट या जेब्रा क्रॉसिंग को क्रॉस करना आपके लिए भारी पड़ सकता है। नगर निगम स्थित कमांड कंट्रोल रूम से आप पर सीधी नजर है। ट्रैफिक रूल्स अनफॉलो करने पर आपके घर ई-चालान पहुंच सकता है। बुधवार को नगर निगम स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में भारत इलेक्ट्रीकल्स लिमिटेड के इंजीनियरों ने दो दर्जन टीएसआई को इसकी ट्रेनिंग दी। ये ट्रेनिंग एक सप्ताह तक चलेगी।

चालान से पहले पहुंचेगा मैसेज

ई-चालान कटने से पहले आपके मोबाइल पर इसका मैसेज आएगा। फिलहाल एक टीएसआई को तैनात किया गया है। जो कमांड कंट्रोल रूम से सभी चौराहों पर ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों पर नजर रख रहा है।

इन बिन्दुओं पर दी ट्रेनिंग

- ई-चालान

- ट्रैफिक सिग्नल ऑपरेटिंग सिस्टम

- बॉडी वॉर्न कैमरे ऑपरेटिंग

- यूपी-100 में लगे कैमरों को ऑपरेटिव करना

- इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेंजमेंट सिस्टम

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ऐसे कटेगा ई-चालान

भारत इलेक्ट्रीकल्स लिमिटेड के इंजीनियर राकेश भारती, ललित त्यागी, आईटी एक्सपर्ट शशांक अग्रवाल ने 24 टीएसआई को ई-चालान के बारे में जानकारी दी। बताया कि वे ट्रैफिक रूल्स अनफॉलो करने पर कैसे ई-चालान कर सकेंगे। बता दें, सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय से कंट्रोल रूम के सॉफ्टवेयर को लिंक किया गया है। चौराहे पर लगे एएनपीआर (ऑटोमेटिक नबंर प्लेट रिक्नाइज्ड) कैमरे से ट्रैफिक रूल्स अनफॉलो करने वाले व्हीकल्स का फोटो क्लिक कर लिया जाएगा। इसी के आधार पर घर ई-चालान भेज दिया जाएगा।

ट्रैफिक सिग्नल ऑपरेशन की देंगे जानकारी

स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में टीएसआई को बताया गया कि इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ट्रैफिक सिग्नल को कैसे ऑपरेटिव करें। इस बारे में भारत इलेक्ट्रीकल्स लिमिटेड के इंजीनियरों ने बताया कि सभी चौराहों का टाइमिंग सेट किया गया है। कहां कितनी भीड़, कहां ट्रैफिक का प्रेशर रहता है। उस हिसाब से ऑपरेटिव किया जाएगा।

50 बॉडी वॉर्न कैमरे दिए

स्मार्ट सिटी द्वारा इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत 50 टीएसआई को बॉडी वॉर्न कैमरे आवंटित किए गए हैं। इसको टीएसआई अपने सीने के ऊपर लगाकर रखेंगे। इसमें चौराहे का पूरे दिन का घटनाक्रम कैद होगा। इसे 15 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। इस दौरान यह भी बताया कि यूपी-100 की गाडि़यों में लगे कैमरों को कैसे ऑपरेटिव किया जाएगा। यह भी ट्रेनिंग में बताया गया।

कंट्रोल रूम में 28 ऑपरेटर तैनात

कमांड कंट्रोल रूम में फिलहाल 28 ऑपरेटर को तैनात किया गया है। 24 घंटे की ड्यूटी में इनकी अलग-अलग शिफ्ट लगाई गई है। ये ऑपरेटर कंट्रोल रूम से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, वाटर सप्लाई, फायर बिग्रेड, ई-गर्वनेंस, स्ट्रीट लाइट, सीवेज मैनेजमेंट, ट्रैकिंग ऑफ सॉलिड वेस्ट, स्मार्ट मैप जीआईएस, फायर बिग्रेड कंट्रोल सिस्टम, इमरजेंसी रेस्पॉन्स एवं डिजास्टर मैनेजमेंट, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, सोलर पोल एवं स्ट्रीट लाइट को भी कनेक्ट किया जाएगा।

ये चौराहे जुड़ेगे ट्रैफिक इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम से

- सूरसदन

- नामनेर

- खंदारी

- सेंट जॉन्स

- पालीवाल पार्क

नोट:: कुछ कैमरों को डायल-100 से भी जोड़ा गया है। इससे पेट्रोलिंग की लोकेशन ट्रेस हो सके।