-ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन भी बुक पढ़ने की होगी सुविधा, दो मिनट में सामने आ जाएगी पूरी लिस्ट

PATNA: पटना के सरकारी कॉलेजों में अब बुक ढूंढ़ने के लिए अलग-अलग अलमारी के चक्कर नहीं लगाने पडेंगे। नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडेशन काउंसिल से अच्छा ग्रेड पाने के लिए सभी कॉलेजों में तैयारियां जोरों पर है। इस वजह से सभी कॉलेजों की पुरानी लाइब्रेरी को ई-लाइब्रेरी में बदलने का काम अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है। नए साल की शुरुआत तक स्टूडेंट्स को ई-लाइब्रेरी का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

बुक की लोकेशन मिलेगी तुरंत

पहले एक लाइब्रेरियन को हर बुक की लोकेशन याद रखने के लिए दिमाग पर जोर डालना पड़ता था। लेकिन इस सुविधा से अब यह समस्या खत्म होने वाली है। पटना लॉ कॉलेज के लाइब्रेरियन मोहम्मद वदूद ने बताया कि लाइब्रेरी में बीस हजार से अधिक किताबे हैं। हर बुक पर बारकोडिंग लेबल लगाने का काम तेजी से चल रहा है। बुक की अलमारियों को भी एक यूनीक नंबर दिया जाएगा, साथ ही हर अलमारी के हर ब्लॉक का भी एक यूनीक नंबर होगा जिससे बुक ढूंढ़ने में दो मिनट का समय भी नहीं लगेगा।

हर स्टूडेंट को मिलेगा यूनीक कार्ड

ई-लाइब्रेरी का लाभ लेने के लिए हर स्टूडेंट के लिए एक यूनीक कार्ड जारी होगा। जिसमें स्टूडेंट का नाम, पता और तस्वीर रहेगी। कार्ड में एक बार कोड भी होगा। जिसे स्कैन करने पर सारी जानकारी कम्प्यूटर पर दिखेगी। अगर स्टूडेंट ने कोई बुक ली है तो बुक के बार कोड का नंबर उस आईडी के साथ होगा। जिससे बुक लेने और वापस करने में लाइब्रेरियन और स्टूडेंट को आसानी होगी।

बुक खोजने के चार तरीके

स्टूडेंट को अगर कोई भी बुक लाइब्रेरी से चाहिए तो बुक पता करने के लिए चार माध्यम है। पटना कॉलेज के लाइब्रेरियन राम सकल पासवान ने बताया कि बुक के टाइटल से उसे खोजना सबसे आसान है। इसके अलावा बुक राइटर, पब्लिशर और क्लासिफिकेशन से भी पता लग जाएगा कि बुक लाइब्रेरी में है या नहीं।

ऑनलाइन पढ़ने की सुविधा

पटना सेंट्रल लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन रबिंद्र कुमार ने बताया कि शुरू से ही बुक की बार कोडिंग का काम तेजी से चल रहा है। इसके अलावा सभी बुक्स को स्कैन किया जाएगा जिससे स्टूडेंट बुक्स को ऑनलाइन भी पढ सकते हैं।

इसके लिए एक स्टूडेंट को एक कोड वर्ड और पासवर्ड जारी किया

जाएगा। यह सुविधा केवल उन्हीं स्टूडेंट्स को मिलेगी जो यूनिर्वसिटी से जुड़े किसी कॉलेज में पढ़ते हैं बाकी के स्टूडेंट ऑफलाइन लाइन बुक पढ़ सकते हैं। लाइब्रेरी में पड़ने के लिए सुविधा मौजूद रहेगी।