- बेंग्लुरू से आए दो एग्रीकल्चर साइंटिस्ट ने दिए एलीड क्लास फैमिलीज को घर में सब्जी उगाने के टिप्स

- गोरखपुर एन्वायरमेंटल एक्शन ग्रुप की तरफ से किया गया था एलीड क्लास फैमिलीज के लिए वर्कशाप

GORAKHPUR: मार्केट में मिलने वाली हरी सब्जियों को आप जितने चाव के साथ खाते हैं और स्वस्थ होने की कामना करते हैं तो यह आपका भ्रम है। क्योंकि हाल ही में किए गए एग्रीकल्चर साइंटिस्ट द्वारा रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि खाद्य पदार्थो में 300 गुना तक जहरीले पदार्थ मार्केट में खुलेआम बिक रहे हैं। जिसकों लेकर अब अलर्ट होने की जरूरत है। ये बातें बेंग्लुरू से आए एग्रीकल्चर साइंटिस्ट डॉ। बीएन विश्वनाथ ने गोरखपुर एन्वायरमेंटल एक्शन ग्रुप की तरफ से आयोजित 'शहर में छत पर जैविक खेती' विषय पर आयोजित वर्कशाप के दौरान कहीं।

बीते दिनों हुआ था मार्केट में रिसर्च

एग्रीकल्चर साइंटिस्ट डॉ। बीएन विश्वनाथ ने बताया कि शहरी खेती दुनिया भर में बहुत ही तेजी के साथ बढ़ रही है। इसके लिए अब नई-नई विधि आ चुकी है, लेकिन हाल के वर्षों में अपना खुद का शुद्ध भोजन बढ़ाने के लिए लोग जोर देना शुरू कर दिए हैं। टिप्स देने आए एग्रीकल्चर साइंटिस्ट ने घरों में खेती करने वाले लोगों को कम जगह में कैसे खेती करें और शुद्ध ताजी सब्जी पाए, इसके लिए उन्हें गुरू मंत्र दिए। सिटी में बढ़ती जैविक खेती को देखते हुए गोरखपुर एनवायरमेंटल एक्शन गु्रप की तरफ से 'शहर में छत पर जैविक खेती' विषय पर एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। यह आयोजन जीईएजी ऑफिस में किया गया। वर्कशाप में जहां सिटी के रिनाउंड फैमिलीज से आए लोगों को ट्रेनिंग दी गई। वहीं ट्रेनर के रूप में बेंगलुरू के एग्रीकल्चर साइंटिस्ट डॉ। बी एन विश्वनाथ एवं एग्रीकल्चर साइंटिस्ट डॉ। राजेंद्र हेगड़े ने सिटी में छत पर जैविक खेती करने वाले लोगों को टिप्स दिए।

घर की छत पर उगाएं हरी सब्जी

वहीं महिलाओं को टिप्स देते हुए एग्रीकल्चर साइंटिस्ट डॉ। राजेंद्र हेगड़े ने बताया कि अपने घर की छत पर आप कुछ बदलाव करके इसे हरा-भरा बना सकते हैं। इसकी लागत भी बहुत अधिक नहीं होती है। आप अगर फ्लैट में रहती हैं और आपकी बालकनी का आकार ठीक-ठाक है तो वहां आप छत पर टमाटर, भिंडी, बैंगन, पालक, धनिया, लहसुन, मुली, लौकी, गोभी, इत्यादि आसानी से लगा सकते हैं। हर्बल नीम तेल का इस्तेमाल कीड़े-मकौड़े भगाने के लिए नियमित रूप से दो-तीन महीने के अंतराल पर कर सकते हैं। छत की खेती में उपयोग होने वाली जैवकि खाद एवं जैविक फर्टिलाइजर को आप स्वयं घर पर बना सकते। जिससे आसानी से घर से निकलने वाले कूड़े-कचरे का प्रबंधन हो जाएगा।

शहरी फार्मर को दिए गए जैविक मंत्र

- छत पर खेती की है जरूरत

- कार्बनिक सब्जियों की होनी चाहिए अवधारणा

- कंटेनरों में बढ़ती सब्जियों के व्यवहार के प्रति होना होगा जागरूक

- अपशिष्ट पृथक्करण और घर पर कंपोस्टिंग को करना है बेहद जरूरी

- कंटेनर बागवानी में संयंत्र की देखभाल होनी चाहिए प्रॉपर

- छत बागवानी प्रथाओं का प्रदर्शन होना है बेहद जरूरी

सपनों का गार्डन तैयार करने की विधि

-अपने छत को करें वॉटर प्रूफ

- छत का फ्लोर आपके गार्डेन की बेस की तरह करेगा काम

- छत पर पौधे उगाने के लिए सीधे मिट्टी नहीं डाल सकते।

- पहले आपको पक्की ईंट का छत बनाएं।

- छत की खेती में नियमित पानी देने से पहले पौधों को करें चेक।

- हर सुबह पौधों में पानी दें और सूरज की रोशनी के पास रखें।

- पौधों की मिट्टी अगर गीली है तो पानी न दें।

- ज्यादा पानी से जड़ सड़ने लगती है।