- तेंदुए की खबर से चिनहट, ककरहा पुरवा, मलेशामऊ, गोमतीनगर विस्तार में शाम होते ही हो जाता है सन्नाटा

LUCKNOW: गोमती नगर व चिनहट इलाके में तेंदुए के खौफ से लोग दहशत में हैं। शाम सात बजे तक परिजनों के घर ना पहुंचने पर लोग उन्हें फोन कर उनका हाल-चाल लेना शुरू कर देते हैं। सूरज ढलते ही पूरे एरिया में सन्नाटा छा जाता है और लोग बच्चों को अपने से दूर नहीं होने देते हैं। यहां बीते दो दिनों में दो बछड़ों को शिकार बनाया गया है। मंगलवार और बुधवार को लौलाई का पुरवा और खरगापुर में बछड़ों के अवशेष मिले।

वन विभाग अभी भी कंप्यूज

चिनहट के लौलाई का पुरवा और सदरौना के पास किसी जंगली जानवर के पग चिन्ह के साथ बछड़े के अवशेष मिले हैं। डीएफओ डॉ। रवि कुमार सिंह के अनुसार पगमार्क तेंदुए के हैं। जबकि लौलाई का पुरवा और सदरौना के पास मिले पग मार्क को विशेषज्ञों ने बड़े साइज के लकड़बग्घे या भेडि़या का बताया है। इस जानवर को पकड़ने के लिए लौलाई का पुरवा और सदरौना के जंगलों में पिंजरा लगाया गया है। पेट्रोलिंग टीम बाराबंकी तक गई है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार तीन टीमें बनाकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

एक माह से कायम है दहशत

मलेसेमऊ एरिया में पिछले एक माह से तेंदुए की दहशत है। वीडियो में कैद तेंदुए को लेकर वन विभाग सतर्क हो गया था। मलेसेमऊ, ककहरा और मल्हौर में वन विभाग की टीम को लगाया गया था। यह इलाका गोमती नदी के पास का है और चारों तरफ जंगल है।

चला सर्च ऑपरेशन, नहीं दिखा तेंदुआ

कुछ दिन पहले मलेसामऊ में तेंदुआ मिलने की सूचना को वन विभाग के अधिकारियों ने नकार दिया था, लेकिन 21 फरवरी को तेंदुए का शिकार बने एक पड़वा और एक बछड़े का खाया शरीर मिलने के बाद से लोग दहशत में हैं। क्षेत्र में मौजूद एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए की तस्वीर भी पाई गई है।

दो बछड़ों को बना चुका है शिकार

ककरहा पुरवा में एक डेयरी में कुछ दिन पहले तेंदुए ने हमला कर दो बछड़ों को अपना शिकार बनाया था। डेयरी मालिक परवेश ने बताया था कि देर रात उसे जानवरों के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी थी। जिस पर वह रात ढाई बजे अपने भाई राजेश को लेकर प्लॉट पर पहुंचा। जहां दो बछड़ों को किसी जंगली जानवर ने अपना निवाला बना लिया था।

15 फरवरी को पहली बार दिखा था तेंदुआ

15 फरवरी को सबसे पहले तेंदुए को गोमतीनगर के मलेसामऊ में देखा गया था। वहां की ईडब्लूएस कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए की हरकत कैद हुई थी। अब तेंदुआ मलेसामऊ से चिनहट के ककरवा पुरवा पहुंच गया है।

छोटे जानवर आसान शिकार

वन विभाग के सीएल गुप्ता के अनुसार तेंदुए छोटे जानवरों को अपना शिकार बनाते हैं। शहर के करीब आने पर उनका आसान शिकार कुत्ते होते हैं। जिन जगहों पर जानवर के पग मार्क मिले हैं, वह गोमती नदी के करीब है और वहां थोड़ा जंगल भी है।

लोगों को जागरूक कर रहे

वन विभाग के अधिकारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि वे घरों से ग्रुप बनाकर लाठी-डंडा लेकर ही निकलें। बच्चों को अकेले न छोड़ें। तेंदुआ नजर आने पर शोर मचाकर सभी को सूचित करें।

कोट

लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है और तीन टीमें बनाकर सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

रवि कुमार सिंह, डीएफएओ अवध