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क्कन्ञ्जहृन्: कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार अंडा उत्पादन के मामले में आगे बढ़ रहा है। बिहार में अभी सालाना 121 करोड़ अंडे का उत्पादन हो रहा है। कृषि रोडमैप में 2022 तक अंडा के उत्पादन को सालाना 546 करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। बिहार कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रशिक्षण संस्थान (बामेती) के सभागार में मंगलवार को प्रगतिशील किसानों के लिए लेयर फार्मिंग विषय पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि बिहार में मुर्गीपालन उद्योग के रूप में विकसित हो रहा है। यह भूमिहीन, सीमांत किसान और बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार का प्रमुख साधन है। कार्यशाला में लेयर फार्मिंग से जुड़े 200 किसानों ने भाग लिया। उन्हाेंने कहा कि अंडा उत्पादन में प्रदेश को स्वावलंबी बनाने के लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं बनाई है। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुर्गीपालन व्यवसाय से जुड़े लोगों की कार्य कुशलता का विकास करने की योजना तीसरे कृषि रोड मैप में समाहित है, ताकि मुर्गी का मांस एवं अंडे का उत्पादन वैज्ञानिक रूप से किया जा सके। बिहार में अंडा उत्पादन में वृद्धि के लिए व्यापक स्तर पर लेयर फार्म स्थापित करने की योजना बनाई गई है। बामेति के निदेशक जितेन्द्र प्रसाद, डॉ दिवाकर प्रसाद, डॉ ज्ञानेन्द्र शंकर वर्मा, डॉ। भारती सिंह, डॉ चन्द्रशेखर सिंह आदि उपस्थित थे।