फिर से चालू करवा दिया गया

आठ महीने से बंद हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के काम को डीटीओ ऑफिस की ओर से फिर से चालू करवा दिया गया है। इस बार तीन जगहों पर इसका ऑफिस पीपीपी मोड पर खोला गया है। इसमें अनीसाबाद मोड़, बायपास मोड़ और गोला रोड के पास ऑफिस खोला गया है। यहां जाकर कोई भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवा सकते हैं। इसके लिए पहले गाड़ी के हिसाब से पर्चा कटाना होगा। सौ से लेकर पांच सौ रुपए तक हर गाड़ी के हिसाब से पर्चा लगाना होगा। उसी चालान के आधार पर सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाया जाएगा।

बैकलॉग की वजह से था बंद

डीटीओ दिनेश कुमार ने कई महीनों से सिक्योरिटी नंबर प्लेट बनना बंद होने का कारण बैक लॉग बताया है। कई गाडिय़ों के नंबर प्लेट बैक लॉग में होने से इसे बंद कर दिया गया था। दूसरी ओर सोर्सेज बताते हैं कि ऐसा पेमेंट के मसले को लेकर हुआ था। पीपीपी मोड पर कंपनी को जब तक पेमेंट मिल रहा था तब तक बनाया गया। पेमेंट मिलना जैसे ही बंद हुआ तो इन लोगों ने पहले स्टाफ की कमी और फिर बैक लॉग का हवाला देकर काम करने से इंकार कर दिया था.

 
क्यों जरूरी है हाई सिक्योरिटी नंबर

हाई सिक्योरिटी नंबर लगने के साथ ही गाड़ी की चोरी से लेकर उसके नंबर का मिसयूज नहीं किया जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पूरे इंडिया में हाई सिक्योरिटी नंबर लगाने की बात की गयी। झारखंड और यूपी में यह काम जितनी तेजी से चल रहा है वहीं बिहार में इसकी रफ्तार पर ब्रेक लगा है.

 hindi news from PATNA