- अंग्रेजी के आवेदनों में आ रही हैं विशेष गलतियां

- ऑन लाइन आवेदन केवल हो रहे हैं अंग्रेजी में

आगरा। अगर आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन एप्लाई कर रहे हैं और आपको इंग्लिश में फॉर्म भरने में दिक्कत आ रही है तो आपकी इस समस्या का सॉल्यूशन होने वाला है। दरअसल, ऐसे लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए बदलाव किया जा रहा है। जल्द ही आप ड्राइविंग लाइसेंस के लिए हिन्दी में भी ऑनलाइन फार्म भर सकते हैं।

सख्ती के बाद बढ़ी है संख्या

न्यू मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। पहले की अपेक्षा दोगुना से भी अधिक आवेदन हो रहे हैं। इसका प्रमुख कारण पकड़े जाने पर भारी भरकम जुर्माना देना होता है। इस जुर्माने से बचने के लिए लोग लाइसेंस बनवाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। आरटीओ में रोजाना सैकड़ों की संख्या में आवेदक पहुंच रहे हैं।

ऑनलाइन है प्रक्रिया

पहले ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए मैनुअली फार्म भरे जाते थे, जो कि हिन्दी में होते थे। लेकिन, अब ऑनलाइन प्रक्रिया होने के बाद से वेबसाइट पर फार्म अंग्रेजी में ही भरता पड़ रहा है। फार्म अंग्रेजी में होने के कारण हर कोई इसे भर नहीं पाता। ऐसे लोगों को एक्सपर्ट लोगों से ही आवेदन कराना पड़ रहा है। जिनकी अंग्रेजी कमजोर है, वे लोग साइबर कैफे या फिर दलालों के चक्कर में पड़ ही जाते हैं।

आ रही हैं काफी गलतियां

एआरटीओ अनिल कुमार ने बताया कि अभी जो ऑन लाइन आवेदन भरे जा रहे हैं, उनमें काफी गलतियां आ रही हैं। इससे विभाग की काफी परेशानी बढ़ जाती है। गलतियों को ठीक करने में भी काफी समय लग जाता है। इसके कारण लाइन भी बढ़ जाती है। ऑन लाइन प्रक्रिया को शुरू हुए करीब दो साल हो गए हैं। बावजूद इसके फार्म भरने के दौरान गलतियां आ रही हैं।

क्या कहते हैं लोग

अंग्रेजी में फार्म भरना उतना आसान नहीं होता, जितना हिन्दी में होता है। अगर ऑन लाइन हिन्दी में आवेदन करने का मौका मिलेगा तो ठीक होगा।

प्रमोद कुमार

ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत सभी की होती है। चाहे पढ़ा-लिखा या फिर कम पढ़ा हो, हर कोई अंग्रेजी में फार्म नहीं भर सकता है। थोड़ा बहुत पढ़ा लिखा व्यक्ति हिन्दी में फार्म भर सकता है।

मनोज कुमार

अगर ऑन लाइन हिन्दी में भी आवेदन करने का मौका मिलेगा तो किसी को किसी का सहारा लेने की जरूरत नहीं होगी।

राजेश कुमार

क्या कहते हैं अधिकारी

ऑनलाइन जो आवेदन आ रहे हैं, उनमें काफी गलतियां आ रही हैं। हिन्दी का आदेश आने के बाद देखना होगा कि कोई सुधार होता है या नहीं।

अनिल कुमार सिंह

एआरटीओ, प्रशासन