- पीयू और त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर

PATNA: पटना विश्वविद्यालय (पीयू) के छात्र नेपाल में समर कोर्स करेंगे। इस बाबत शुक्रवार को पीयू और नेपाल की त्रिभुवन यूनिवर्सिटी के बीच शुक्रवार को एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। सहमति पत्र के अनुसार दोनों विवि के छात्र एक-दूसरे के यहां समर कोर्स, सेमेस्टर तथा शोध कार्य कर सकते हैं। कार्यक्रम का आयोजन पीयू के व्हीलर सीनेट हॉल में किया गया था। अब छात्र और शिक्षक खुद के गुणात्मक विकास के लिए एक-दूसरे के विश्वविद्यालय के संसाधनों का समान रूप से उपयोग कर सकेंगे। त्रिभुवन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। तीर्थ राज खानिया ने कहा कि मातृ संस्थान के साथ एमओयू करना गौरव का पल है। लगभग छह दशक बाद पीयू से जुड़ना शैक्षणिक के साथ ही सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। विश्वविद्यालय की स्थापना 1959 में हुई थी। इससे पहले त्रिभुवन विवि पीयू से ही जुड़ा था।

मील का पत्थर होगा एमओयू

पीयू कुलपति प्रो। रास बिहारी प्रसाद सिंह ने कहा कि यह समझौता दोनों विश्वविद्यालयों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। त्रिभुवन विश्वविद्यालय कई क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा है। इसका लाभ पीयू के छात्रों को मिलेगा। जल, पर्यावरण, पर्यटन सहित कई मसलों पर संयुक्त रूप से शोध कार्य किए जाएंगे। एमओयू का लाभ दोनों विश्वविद्यालय के छात्र अधिक से अधिक लाभ उठाएं इसके लिए कई विकल्प पर विचार किए जा रहे हैं।

उच्च शिक्षा में 75 फीसद हिस्सेदारी

कुलपति तीर्थ राज खानिया ने कहा कि त्रिभुवन विश्वविद्यालय विश्व के चंद बड़े शिक्षण संस्थानों में एक है। नेपाल की उच्च शिक्षा में विश्वविद्यालय की भागीदारी 75 फीसद है। विश्वविद्यालय में 40 विभाग, चार रिसर्च सेंटर, 61 अंगीभूत कॉलेज तथा 1084 संबद्ध कॉलेज हैं। मेडिकल और इंजीनिय¨रग कॉलेज भी जुड़े हैं। जल व पर्यावरण संरक्षण पर विश्वस्तरीय शोधकार्य शिक्षकों और छात्रों ने किया है। इसका लाभ पीयू के छात्र उठा सकते हैं।

शॉट टर्म कोर्स होंगे चिह्नित

त्रिभुवन विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालय के छात्र कम समय में अधिक से अधिक लाभ उठा सकें, इसके लिए शॉर्ट टर्म कोर्स चिह्नित किए जाएंगे। कई कोर्स हैं, जिनका सिलेबस दोनों विश्वविद्यालय में कमोबेश एक जैसा ही है। पीयू की फैकल्टी का अनुभव नेपाल के छात्रों के लिए काफी लाभप्रद होगा। दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों के बीच शैक्षणिक के साथ-साथ सांस्कृतिक अनुभव भी साझा किए जाएंगे।