एक्सक्लूसिव

- बिना आधार नंबर के सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के किसी कॉलेज में नहीं मिलेगा एडमिशन

-एडमिशन के लिए जरुरी वेब रजिस्ट्रेशन नंबर आधार डिटेल देने पर ही होगा जेनरेट

KANPUR: सरकारी व्यवस्थाओं में आधार का दायरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। अबर आधार कार्ड के बिना हायर एजूकेशन भी नहीं ले सकेंगे। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से जुड़े किसी भी कॉलेज में अब बिना आधार नंबर के स्टूडेंट का एडमिशन नहीं होगा। करंट सेशन से ही यह लागू कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी ने एडमिशन के लिए वेब रजिस्ट्रेशन नंबर(डब्ल्यूआरएन) कंपलसरी कर दिया है। यह नंबर तभी जेनरेट होगा जब आधार नंबर का कालम भरा जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को अनिवार्य करने की सबसे बड़ी वजह कॉलेजों में बड़े स्तर पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकना है। स्टूडेंट्स की मांग पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने डब्ल्यूआरएन की डेट बढ़ाकर फ्क् अगस्त कर दी है।

डब्लू आर एन विदाउट आधार नंबर नहीं मिलेगा

अब बिना आधार के किसी भी हालत में प्रोफेशनल या अदर कोर्स में एडमिशन नहीं मिलेगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने लास्ट इयर से ही डब्लूआरएन पर फोकस शुरू कर दिया था। यूनिवर्सिटी ने ख्0क्7 के एकेडमिक इयर में डब्लूआरएन के बिना एडमिशन न देने का फरमान जारी कर दिया था। साथ ही मार्च में मानव संसाधन मंत्रालय के सेक्रेटी जेएस संधू ने एक लेटर सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों को जारी किया था। जिसमें एडमिशन के लिए आधार को अनिवार्य कर दिया गया था। लेटर में इस बात का भी जिक्र था कि आधार नंबर स्टूडेंट्स की मार्कशीट व डिग्री पर प्रिंट किया जाएगा। स्टूडेंट्स की फोटो पहले से ही मार्कशीट व डिग्री में प्रिंट करने का काम शुरू कर दिया गया है। सीएसजेएमयू ने इस प्रक्रिया पर अमल शुरू कर दिया है। हाल ही में लखनऊ में हुई कांफ्रेंस में आधार को अनिवार्य करने पर सभी वीसी ने सहमति जताई थी।

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ये फायदे होंगे

- अब स्टूडेंट एक साथ दो कोर्स नहीं कर सकेंगे

- स्टूडेंट की ँिडग्री पर मेंशन किया जाएगा आधार नंबर

- फर्जी डिग्री-डिप्लोमा के खेल पर भी रोक लग जाएगी

- स्टूडेंट के डॉक्यूमेंट्स वेरीफिकेशन में भी मिलेगा फायदा

- प्राइवेट कॉलेजों में हो रहे कई प्रकार के फर्जीवाड़े पर लगेगी रोक

- स्कॉलरशिप के नाम पर होने वाले खेल पर भी लगेगी लगाम

- बोगस मार्कशीट पर नौकरी पाने का खेल भी हो जाएगा बंद

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वर्जन

वेब रजिस्ट्रेशन नंबर(डब्लू आर एन) को यूनिवर्सिटी ने लास्ट इयर ही अनिवार्य कर दिया था। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेजों में उन्ही स्टूडेंट्स का एडमिशन वैलिड होगा जिन्होने डब्लूआरएन का कोरम पूरा कर लिया है। डब्लूआरएन के लिए आधार की डिटेल देना जरूरी है। स्टूडेंट्स की समस्याओं को देखते हुए डब्लूआरएन की डेट फ्क् अगस्त कर दी गई है। डिग्री व मार्कशीट में आधार नंबर मेंशन किया जाएगा।

प्रो। जेवी वैशम्पायन, वीसी सीएसजेएमयू

वर्जन

न्यू एकेडमिक इयर में जो भी एडमिशन हुए हैं उन सभी ने आधार नंबर देकर ही डब्लूआरएन लिया है। इससे स्टूडेंट एक साथ कई-कई कोर्स नहीं कर पाएंगे। इस प्रक्रिया से एजूकेशन सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी आएगी। यह अच्छा कदम है।

डॉ। साधना सिंह, डीजी कॉलेज प्रिंसिपल