- सेनेटरी इंस्पेक्टर सहित नगर निगम के सभी इंप्लॉयज का बनेगा रिपोर्ट कार्ड
- अफसर करेंगे मॉनीटरिंग, काम के एवज में मिलेगा ईनाम और 'सजा'
बरेली : अब नगर निगम का गुड-बैड वर्क रिपोर्ट कार्ड बताएगा। इसके लिए सभी सभी इंप्लॉयज का रिपोर्ट कार्ड बनाएगा जिससे पता चल सके किसने कितना काम किया और क्या अच्छा रहा और क्या खराब हो गया। वहीं रिपोर्ट कार्ड में मार्क्स के आधार पर ही ईनाम और सजा भी मिलेगी। इसमें सेनेटरी इंस्पेक्टर और सफाई नायकों पर ज्यादा फोकस रहेगा। वह जो भी इंफॉर्मेशन देंगे, अफसर उसका मौके पर जाकर वेरीफिकेशन करेंगे फिर उसी हिसाब से मार्किंग करेंगे।
100 नंबर्स का रिपोर्ट कार्ड
नगर निगम के अफसरों के मुताबिक सेनेटरी इंस्पेक्टर और सफाई नायकों का रिपोर्ट कार्ड 100 नंबर्स का होगा। इसमें उनकी सक्रियता पर नंबर दिए जाएंगे। वहीं रिपोर्ट कार्ड में 40 नंबर पास होने के लिए जुटाने होंगे। इससे कम नंबर आने पर एंप्लॉय को फेल माना जाएगा।
इसके मिलेंगे नंबर
सफाई कर्मचारी वार्ड में पहुंचने की टाइमिंग, एक सप्ताह में कितने दिन सफाई हुई। समय से कूड़ा उठा या नहीं, गंदगी की शिकायत का निदान हुआ या नहीं। इसके आधार पर ही संबंधित कर्मचारी को नंबर दिए जाएंगे।
कटेगा सैलरी, रुकेगा इंक्रीमेंट
जो भी कर्मचारी अपने कार्य के प्रति उदासीनता बरतता है तो यह इस बार बख्शा नहीं जाएगा। खराब रिपोर्ट के आधार पर उसे सजा के रूप में वेतन कटौती और वेतन वृद्धि पर रोक भी लग सकती है, लेकिन अच्छा प्रदर्शन करने वालों को सम्मान के साथ इनाम देने का प्रावधान भी किया गया है।
पहल से शहर होगा स्मार्ट
निगम की इस पहल से सफाई कर्मचारी तो अपने काम के प्रति सजग रहेंगे। वहीं शहर भी साफ सुथरा नजर आएगा। जो भी लोग निगम सफाई न होने की समस्या लेकर पहुंचते हैं इस प्रकार की शिकायतों पर भी अंकुश लगेगा।
मार्च से लागू होगी व्यवस्था
रिपोर्ट कार्ड के आधार पर शहर की सफाई अगले माह से शुरु कर दी जाएगी। इस व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने के लिए नगर की ओर से अफसरों की टीमें भी गठित की जाएंगी।
फैक्ट फाइल
- 1900 है सफाई कर्मचारियों की संख्या
- 7 सेनेटरी इंस्पेक्टर तैनात है निगम में
- 120 सफाई नायक तैनात हैं नगर निगम में
- 4 जोन में बंटा है शहर
- 80 वार्ड है कुल शहर में
- 450 मीट्रिक टन कूड़ा डेली निकलता है शहर में
अब सेनेटरी इंस्पेक्टर और सफाई नायकों के कार्य की मॉनिटरिंग के लिए रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा। 100 अंक इसके लिए निर्धारित है। अगले माह से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
श्यामलता आनंद, अपर नगर आयुक्त।