PATNA(11Oct): पटना में लोगों को कालापानी की सजा से भले छुटकारा मिल गया है लेकिन पटनाइट्स अभी भी गंदे पानी का दर्द झेलने को मजबूर हैं। जलजमाव वाले इलाकों में बोरिंग से आने वाला पानी न सिर्फ गंदा है बल्कि बदबूदार भी है। ऐसे में वाटर बोर्ड की तरफ से ऐसे इलाके के पानी को शुद्ध करने की कोशिश शुरू की जा चुकी है। इन इलाकों के पानी की न सिर्फ जांच की जा रही है बल्कि इनको शुद्ध करने के बाद ही लोगों को पीने के लिए मुहैया कराया जाएगा।

किया गया है टीम का गठन

बोर्ड की तरफ से पानी को साफ करने के लिए टीम गठित की गई है जो कि इलाके में जाकर वहां के पानी की जांच कर रही है। पानी के रंग और गंध को देखते हुए उसमें केमिकल डाल कर उसकी शुद्धता की जांच की जा रही है। इसके लिए विभाग के अभियंता और कर्मचारियों को लगाया गया है। पानी को टेस्ट के लिए लैब में भी भेजा जाएगा। छज्जुबाग स्थित सेंटर में पानी की जांच की जाएगी जिसके बाद मोटर की सफाई और ब्लीचिंग पाउडर सहित अन्य केमिकल का इस्तेमाल किया जाएगा।

इन छह इलाकों का पानी है अधिक दूषित

वाटर बोर्ड की जांच के बाद कई इलाकों का चयन किया गया है जहां के पानी में गंदगी पाई गई है। छह इलाकों में बोरिंग डूबने के कारण वहां का पानी पुरी तरह गंदा आ रहा है। इन इलाको के पानी की सप्लाई को रोक कर उसकी सफाई और क्लीनिंग की जा रही है। कंकड़बाग, राजेन्द्र नगर, बोरिंग रोड, बोरिंग केनाल रोड, शिवपूरी , इन्द्रपुरी, राजीव नगर सहित कई इलाकों की विशेष जांच की जा रही है।

ये है सेंसटिव इलाके (जहां पानी के मोटर डूब गए थे)

मलाही पकड़ी

राजेन्द्र नगर रोड नंबर 11

साकेतपुरी

बोरिंग रोड

कुर्जी

रेनबो मैदान