इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का समापन

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संचार जीवन में अपरिहार्य ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व विकास की भी अनिवार्य कुंजी है। जब हम जीवन के विविध आयामों में अपने को प्रस्तुत कर रहे होते हैं तो संचार इसमें निर्णायक भूमिका निभाता है। उक्त बातें स्वराज विद्यापीठ में चल रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को गुरुवार को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेन्टर आफ मीडिया स्टडीज के कोर्स कोआर्डिनेटरमें डॉ.धनंजय चोपड़ा ने कही।

बताया आज के दौर में आपसी रिश्ते

'संचार जीवन मूल्य और आज की युवा पीढ़ी' विषय पर बात करते हुए उन्होंने अपने रोचक और संवादी अंदाज में स्वयंसेवकों के साथ संचार और आज की दुनिया तथा समाज के आपसी रिश्ते को भी स्पष्ट किया। कार्यक्त्रम अधिकारी डॉ.दीना नाथ मौर्य ने आज के इस सत्र का संचालन किया। आखिरी दिन का आरंभ प्रात: 8.30 बजे योगाभ्यास के साथ हुआ। डॉ.अमृता ने योग शिक्षक के साथ स्वयंसेवकों को योग के लाभ के बारे में बताया।

पोस्टर प्रतियोगिता में सर्वेश अव्वल

शिविर में पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता के परिणाम भी घोषित किये गए। पोस्टर परतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान क्त्रमश: सर्वेश, सौरव वर्मा और कार्तिकेय को प्राप्त हुए। स्लोगन में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान क्त्रमश: योगेन्द्र यादव, प्रखर शर्मा और अमन राय को मिला। आशु भाषण में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान क्त्रमश: सुशील त्रिपाठी, प्रखर शर्मा और प्रतीक सिंह को मिला। आज के दूसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्त्रम के तहत हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ.सुजीत कुमार सिंह और डॉ। विनम्रसेन सिंह ने अपनी संगीतात्मक प्रस्तुतियों के जरिये स्वयंसेवकों को आनंदित किया।