-नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद ट्रैफिक फॉलो करने वालों की बढ़ी संख्या
-एसएन में आने वाले रोड एक्सीडेंट्स में आई कमी
आगरा। नए मोटर व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद से रोड एक्सीडेंट्स में कमी आई है। अभी कुछ टाइम पहले केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस बात को संसद में बताया था। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में अगस्त और सितंबर में सर्जरी विभाग में आने वाले केसों को देखा जाए तो इसमें 20 परसेंट की कमी आई है।
रूल्स फॉलो करने लगे लोग
नए मोटर व्हीकल कानून का असर सिटी की सड़कों पर भी दिख रहा है। एक टाइम वो था, जब सिटी में टू-व्हीलर पर हेलमेट पहनने वालों की संख्या में भारी कमी थी। लेकिन, अब हेलमेट न पहनने वालों की संख्या में भारी कमी देखने को मिली है। कार में भी लोग अब सीट बेल्ट पहनने लगे हैं। ट्रैफिक सिग्नल की यदि बात की जाए तो पहले सिटी में केवल हरीपर्वत क्रॉसिंग पर ही लोग लाइट को फॉलो करते थे, लेकिन अब ज्यादातर क्रॉसिंग्स पर लोग ट्रैफिक सिग्नल को फॉलो कर रहे हैं। स्मार्ट सिटी के तहत सिटी में सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल होने के बाद तो स्थिति ये है कि जहां पर कभी लोग रुकते तक नहीं थे, वहां पर अब लोग सिग्नल ग्रीन होने पर ही निकलते हैं। इसका पॉजिटिव असर हो रहा है। लोग हैवी फाइन के डर से ट्रैफिक रूल्स फॉलो कर रहे हैं और रोड एक्सीडेंट्स के केसेज में भी कमी आ रही है।
एसएन के सर्जरी डिपार्टमेंट में
आने वाले केसेज के आधार पर
रोड एक्सीडेंट्स की संख्या
जनवरी 595
फरवरी 600
मार्च 609
अप्रैल 590
मई 580
जून 568
जुलाई 550
अगस्त 515
सितंबर 438
अक्टूबर 430
नवंबर 455
न्यू मोटर व्हीकल एक्ट आने के बाद देश के कई राज्यों में सड़क हादसों में भारी कमी आई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में एक सवाल का जवाब देते हुए दावा किया है कि नए मोटर व्हीकल लागू किए जाने के बाद से सितंबर-अक्टूबर में सड़क हादसो में जबरदस्त कमी आई है। देश में सड़क हादसे रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस और सरकार दशकों से प्रयास कर रही थी, जिसमें अब सफलता मिलती दिख रही है।
संसद के सामने रखे आंकड़े
नितिन गडकरी ने संसद में 9 राज्यों के आंकड़े पेश किए थे, जिनमें से छत्तीसगढ़ में हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है, जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार सहित बाकी आठ राज्यों में कमी आई है। उन्होंने बताया कि 2018 में सितंबर-अक्टूबर में सड़क हादसे उत्तर प्रदेश में 1503 हुए थे, लेकिन नए नियम के बाद घट गया है। 2019 के सितंबर-अक्टूबर में 1355 सड़क हादसे हुए हैं। ऐसे ही 2018 में बिहार में 459 हादसे हुए हैं, जो 2019 में घटकर 411 पर आ गई है।