रविवार को आए केवल 20 हजार टूरिस्ट्स

- दिसंबर और जनवरी को माना जाता है टूरिज्म का सीजन

आगरा। वीकेंड में ताजमहल पर टूरिस्ट्स की संख्या उम्मीद से कम रही। जबकि, जनवरी ताज के लिए टूरिज्म सीजन माना जाना जाता है। लेकिन इस बार ताजमहल पर एक्सपेक्टेड नंबर्स में टूरिस्ट नहीं आ रहे हैं। रविवार को ताजमहल पर 20902 टूरिस्ट्स आए। शनिवार को भी कुछ यही हाल रहा। इनमें विदेशी टूरिस्ट्स की संख्या भी खासी कम रही। वीकेंड के दोनों दिन विदेशी टूरिस्ट्स लगभग 450 के करीब आए। जबकि टूरिज्म सीजन में ये नंबर्स 35 से 40 हजार तक होते हैं। इससे टूरिज्म इंडस्ट्री पर भी खासा असर पड़ रहा है।

ये है कारण

गुजरे वर्ष में ऐसा बहुत कुछ हुआ है जिससे टूरिस्ट्स ताज को देखने में कम रूचि दिखा रहे हैं। जानकार बताते हैं कि अगस्त में कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया गया, इस कारण थोड़ा डिस्टर्बेस रहा। इसके बाद सीएए के विरोध में हुए प्रोटेस्ट्स के बाद की गई कार्रवाई से टूरिज्म पर प्रभाव पड़ा। इंटरनेट बंद होने के बाद तो पूरी दुनिया में ये संदेश गया कि माहौल ठीक नहीं है। इसके बाद विदेशी टूरिस्ट्स ने अपनी बुकिंग्स को कैंसल कराना स्टार्ट कर दिया। इसका असर अब भी देखने को मिल रहा है। और टूरिस्ट्स काफी कम आ रहे हैं।

ये रही स्थिति

शनिवार

विदेशी टूरिस्ट्स 3803

इंडियन टूरिस्ट्स 16634

सार्क 465

टोटल 20902

रविवार

विदेशी टूरिस्ट्स 2732

इंडियन टूरिस्ट्स 17373

सार्क 438

टोटल 20543

इस बार का टूरिज्म सीजन खराब हो गया। विदेशी टूरिस्ट्स ने अपनी सभी बुकिंग्स कैंसल करा लीं। अब टूरिज्म इंडस्ट्री को उबरने के लिए थोड़ा टाइम लगेगा। इस बार का टूरिज्म सीजन फ्लॉप साबित हो रहा है।

-राकेश चौहान, रेस्टोरेंट एंड होटल एसोसिएशन