-905 मामले इस साल बरेली रेंज में हुए दर्ज

-183 पॉक्सो एक्ट के मामले बरेली डिस्ट्रिक्ट में आए सामने

-9 डिस्टिक्ट हैं बरेली रेंज में

-2012 में बनाया गया पॉक्सो एक्ट

-2018 में एक्ट में किया गया संशोधन

-12 साल से कम एज के बच्चे से दुष्कर्म पर हो सकती है सजा-ए-मौत

केस वन

तमंचे के बल पर नाबालिग बहनों से गैंगरेप

बीते 17 नवम्बर को बहेड़ी में एक गांव की रहने वाली दो नाबालिग बहनें दवा लेने के लिए गांव से बाहर गई थी। जब वह पैदल घर की तरफ वापस लौट रहीं थी। तो वसीम, सावेज खां, अखलाक खां, आरिफ खां और आमिर ने तमंचे के बल पर उनको गन्ने के खेत में खींच लिया था और सभी ने उनके साथ गैंगरेप किया था। इस दौरान युवकों ने उनका वीडियो तैयार कर वायरल कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया।

केस-टू

चार साल की बच्ची से किया दुष्कर्म

बीते 14 अक्टूबर सीबीगंज इलाके में मासूम बच्ची के साथ पड़ोस के रहने वाले यादराम ने अपने घर जाकर दुष्कर्म किया था। इस घटना को अंजाम देने के बाद पड़ोसी घर से भाग गया था। बच्ची से रेप की पुष्टि होने पर सीबीगंज पुलिस ने यादराम पर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। वहीं 14 दिन के भीतर कोर्ट ने यादराम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

केस-तीन

ताऊ ने रेप कर हसिया से फाड़ा पेट

बीते 12 मई को फतेहगंज पूर्वी में चार साल की मासूम घर पर अकेली थी। उसके मां-बाप खेत में काम करने गए थे। इसी बीच बच्ची का ताऊ घर में घुस आया था। घर में मासूम को खेलता देख उसकी नियत खराब हो गई और कमरे में ले जाकर बच्ची के साथ दुराचार किया। बात पता चल जाने के डर से उसने घर में रखे हंसिए से बच्ची का पेट फाड़कर उसकी हत्या की कोशिश की। पुलिस ने आरोपी का गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपी पर पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था।

बरेली : पॉक्सो कानून में 2018 में बदलाव होने के बाद भी बच्चों के साथ दुष्कर्म के मामलों में कमी आती नहीं दिख रही है। बरेली रेंज में नाबालिगों से रेप के आंकड़ों को जुटाकर पुलिस विभाग ने चौंका देने वाला खुलासा किया है। बीते ग्यारह महीने में बरेली रेंज के नौ डिस्ट्रिक्ट में सबसे ज्यादा पॉक्सो एक्ट के 183 मामले बरेली डिस्ट्रिक्ट में सामने आए है। जबकि बिजनौर, मुरादाबाद और शाहजहांपुर में पॉक्सो एक्ट के मामलों का ग्राफ कहीं ज्यादा है। हाल ही मे प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने महिला अपराध की समीक्षा करते हुए पुलिस प्रशासन को कड़े निर्देश दिए थे।

महिला अपराध पर मंत्री का चढ़ा था पारा

मंडलीय प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अपने एक दिवसीय दौरे में बारादरी थाने का औचक निरीक्षण किया था। थाने में महिला अपराध के रजिस्टर को देखकर उनका पारा चढ़ गया था। उन्होंने महिला अपराध को रोकने के लिए पुलिस टीमों और एंटी रोमियो स्क्वायड को सक्रिय रहने का आदेश दिया था। इसके बाद भी कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है।

क्या है पॉक्सो एक्ट

पॉक्सो एक्ट का पूरा नाम द प्रोटेक्शन ऑफ चिल्डे्रन फॉर्म सेक्सुअल एफक्शन एक्ट है। साल 2012 में बच्चों के प्रति यौन उत्पीड़न, यौन शोषण और पोर्नोग्राफी जैसे जघन्य अपराधों को रोकने के लिए महिला और बाल विकास मंत्रालय ने इस कानून को बनाया था। पॉक्सो एक्ट में 2018 में बदलाव करते हुए 12 साल तक के बच्चों से रेप करने पर मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया है।

नौ जिलों में पॉक्सो एक्ट के मामले

बरेली 183

बदायूं 56

पीलीभीत 55

शाहजहांपुर 126

मुरादाबाद 130

बिजनौर 177

रामपुर 71

अमरोहा 35

संभल 72