- चप्पे-चप्पे पर रखी जा रही थी नजर

- हर गेट पर डीएसपी और इंस्पेक्टर की थी तैनाती

PATNA : कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। नीतीश कुमार ने सीएम और इनकी टीम में शामिल एमएलए ने मिनिस्टर पोस्ट के लिए शपथ ली। वहीं कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी, सेंट्रल मिनिस्टर वैंकया नायडू, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत कई एक्स सेंट्रल मिनिस्टर और एक्स सीएम शामिल हुए। इस कारण गांधी मैदान व इसके आसपास के एरिया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। यही नहीं, पटना एयरपोर्ट के अंदर और बाहर, एयरपोर्ट से गांधी मैदान आने-जाने की रूट और उन सभी होटल्स में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी, जहां वीवीआईपी ठहरे हुए थे।

- चप्पे-चप्पे पर नजर

एक साथ कई वीवीआईपी के होने के कारण खुफिया एजेंसियां भी अपने तरीके से काम कर लगी हुई थीं। मैदान के आसपास के ऊंची बिल्डिंगों पर सीआरपीएफ के स्नैपर्स कड़ी नजर बनाए हुए थे। बिस्कोमान भवन, स्टेट बैंक, मौर्या होटल के ऊपर भी सीआरपीएफ के स्नैपर्स की तैनाती की गई थी। समारोह के शुरू होने से पहले तक पटना के डिवीजनल कमिश्नर आंनद किशोर, डीआईजी सेंट्रल रेंज शालीन, डीएम डा। प्रतिमा और एसएसपी विकास वैभव खुद सुरक्षा व्यवस्था की मॉनीटिरिंग करते दिखे।

- हर गेट पर थे डीएसपी

गांधी मैदान के सारे गेट पर एक-एक डीएसपी तैनात थे। हर डीएसपी के साथ दो इंस्पेक्टर को भी लगाया था। साथ ही काफी संख्या में पुलिस फोर्स, जिसमें महिला कांस्टेबल और सिपाही भी। हालांकि बिहार पुलिस हेड क्वार्टर के आदेश पर सुरक्षा व्यवस्था में सीआरपीएफ के जवानों के साथ ही दो हजार पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी।

- चेकिंग से गुजरा हर कोई

समारोह में शामिल होने वाले हर आम और खास को पुलिस की जांच से होकर गुजरना पड़ा। गांधी मैदान के हर गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया था। हर शख्स को उससे होकर ही गुजरना पड़ा। इसके साथ ही पुलिस के जवानों ने तलाशी भी ली। तलाशी से महिलाएं भी अछूती नहीं रही। महिलाओं की चेकिंग के लिए हर गेट के पास एक खास जगह बनाई गई थी। जिसे कपड़े घेरा गया था।

- वाच टावर से नजर

मैदान के सभी गेट और कैंपस के अंदर मिलाकर ख्0 वॉच टॉवर बनाए गए थे। हर टॉवर पर पुलिस पदाधिकारी और जवान को तैनात किया गया था। जहां से भीड़ पर नजर रखी जा रही थी। साथ ही भीड़ को वहीं से रेगुलेट भी किया जा रहा था। इसके अलावे सीसीटीवी कैमरे से भी हर ओर नजर रखी जा रही थी। कंट्रोल रूम से पुलिस और डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम के अधिकारी भी नजर रख हुए थे।