- बिना शिकायत का निस्तारण किए ही निस्तारण की रिपोर्ट लगा दी

- मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस की शिकायतों का गंभीरता से लेने के निर्देश

आगरा। जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण धरातल पर नहीं हो पा रहा है। शिकायत निस्तारण के लिए जिम्मेदार अधिकारी कागजों में शिकायतों का निस्तारण आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रीवेंस रेड्रेसल सिस्टम) के पोर्टल पर समस्या निस्तारण की रिपोर्ट लगा रहे हैं। ऐसे कई मामले आए हैं, जिसमें जिम्मेदारों ने शिकायत का समाधान तो नहीं किया, लेकिन समस्या निस्तारण की रिपोर्ट लगाकर इतिश्री कर ली।

केस नम्बर- एक

मामला तहसील खेरागढ़ के ब्लॉक सैंया के गांव कुकावर नगला बेनीराम का है। यहां के रहने वाले धर्मवीर ने तीन जनवरी 2018 को आईजीआरएस के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। इसमें उसने कहा कि गांव के ही प्रेम सिंह आदि ने सार्वजनिक रास्ते पर कब्जा कर लिया। इससे उसके खेत का रास्ता बंद हो गया है। निकलने को अन्य कोई रास्ता नहीं है। खेती न होने से उसका जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं दबंगों ने सार्वजनिक टीटीएसपी टंकी से पानी की आपूर्ति भी बंद कर दी है। इसके बाद उसने उक्त मामले को लेकर सीएम से शिकायत की सीएम से शिकायत होने पर अधिकारी गांव तो पहुंचे, लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हो सका.निस्तारण कराए बिना ही समस्या निस्तारित होने की रिपोर्ट लगा दी। न तो सार्वजनिक रास्ते से कब्जा हट सका न ही टंकी से पानी की आपूर्ति हो सकी। उसका कहना है इस मामले में वह कई बार शिकायत कर चुका है।

केस नं-2

सदर तहसील के ग्वालियर हाईवे स्थित नगला माकरौल निवासी सुनील फौजदार, हाकिम सिंह आदि ने तहसील समाधान दिवस में शिकायत दर्ज कराई कि गांव के तालाब पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। पानी निकासी की जगह न होने से गंदा पानी घरों में घुस जाता है। लोगों को आवागमन को परेशानी होती है। अभी तक समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है।

केस नं -3

ब्लॉक बरौली अहीर के गांव इटौरा में तालाब के चारों और दबंगों ने कब्जा कर रखा है। शिकायत पर सदर तहसील की टीम मौके पर पहुंची। समस्या का पूर्ण निस्तारण नहीं हो सका। टीम ने निस्तारण की रिपोर्ट भेज दी।