-पीडब्ल्यूडी और जीडीए के अफसरों ने पांच घंटे तक मेट्रो रूट का किया इंस्पेक्शन

GORAKHPUR: गोरखपुर मेट्रो रेल परियोजना में आ रही बाधा को दूर करने को लेकर लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन 'एलएमआरसी' के डायरेक्टर ने गुरुवार को पीडब्ल्यूडी और जीडीए के इंजीनियरों के साथ मेट्रो रूट का मुआयना किया। अफसरों ने मोहद्दीपुर से श्यामनगर, गुलरिहा, शास्त्री चौक होते हुए सूबा बाजार तक रूट का निरीक्षण किया। साथ ही मेट्रो निर्माण में आने वाली बाधाओं को शुक्रवार को प्रमुख सचिव आवास और शहरी नियोजन के समक्ष रखा जाएगा।

समस्याओं को किया साझा

प्रमुख सचिव के निरीक्षण से पहले एलएमआरसी के निदेशक संजय मिश्रा और राइट्स के मैनेजर प्रियांक इटोरिया के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी और जीडीए के अफसरों ने पांच घंटे तक मेट्रो रूट का निरीक्षण किया। मोहद्दीपुर स्थित एक होटल में एमएमआरसी, राइट्स, जीडीए और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बैठक की और सुबह 10 बजे मेट्रो रूट का निरीक्षण करने निकल गए। सबसे पहले अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन के पास रूक कर डिजाइन को देखा। इसके बाद यातायात तिराहे के पास बनने वाले मेट्रो जंक्शन स्टेशन की संभावित साइट को देखा।

पीडब्ल्यूडी एनएच के कार्य अधीक्षक एमके अग्रवाल ने मोहद्दीपुर से जंगल कौडि़या फोरलेन की डिजाइन को दिखाया। इसके बाद अधिकारियों ने तरंग क्रासिंग के पास रूट को देखा। फिर टीम गोरखनाथ मंदिर गेट के सामने पहुंची। टीम ने देखा कि कहां कितना अतिक्रमण हटाना होगा। मेट्रो और फोरलेन की डिजाइन को देखकर संभावित बाधाओं को लेकर चर्चा की गई। टीम इसके बाद बरगदवां होते हुए मेट्रो के अंतिम स्टेशन श्याम नगर तक गई। इसके बाद टीम दूसरे कॉरिडोर के पहले स्टेशन गुलरिहा पहुंची। यहां भी पीडब्ल्यूडी द्वारा फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है।

3 बजे पूरा हुआ निरीक्षण्ा का काम

अधिकारियों ने मेट्रो के संभावित पिलर और फोरलेन के डिवाइडर के स्थान को देखकर चर्चा की। दिन में करीब एक बजे टीम दोबारा मोहद्दीपुर पहुंची। वहां से गुरुंग तिराहा, एम्स, मालवीय नगर, एमएमएम टेक्निकल यूनिवर्सिटी होते हुए सूबा बाजार तक पहुंची। इंजीनियरों ने इस दौरान मेट्रो रूट और फोर लेन निर्माण के बीच संतुलन बनाने को लेकर गंभीर मंथन किया। दिन में 3 बजे अधिकारियों ने मेट्रो रूट के सर्वे का काम पूरा किया। राइट्स के मैनेजर प्रियांक इटोरिया ने बताया कि मेट्रो दो कॉरिडोर से गुजरनी है। रूट के बड़े हिस्से पर फोरलेन का निर्माण चल रहा है। मेट्रो और फोरलेन निर्माण को लेकर समन्वय को लेकर निरीक्षण किया गया है। ताकि फोरलेन और मेट्रो निर्माण में किसी प्रकार की दिक्कत न हो और समय से दोनों योजनाएं पूरी हो सकें। इस दौरान एलएमआरसी के मुख्य अभियंता रवि जैन, विपिन मिश्रा, पीडब्ल्यूडी एनएच के कार्य अधीक्षक एमके अग्रवाल, मुख्य अभियंता एसके सिंह, जीडीए के सहायक अभियंता एसपी अरविंद आदि मौजूद रहे।

जीडीए उपाध्यक्ष के साथ की चर्चा

मेट्रो रूट का निरीक्षण करने के बाद टीम शाम चार बजे जीडीए दफ्तर पहुंच उपाध्यक्ष, दिनेश कुमार के साथ बाधाओं को लेकर चर्चा की। इसमें शुक्रवार को प्रमुख सचिव नगर विकास और शहरी नियोजन दीपक कुमार के साथ होने वाली बैठक को लेकर खाका तैयार किया गया।

कमिश्नर ने इंजीनियरों के साथ की चर्चा

कमिश्नर जयंत नार्लिंकर ने गुरुवार की सुबह जीडीए, पीडब्ल्यूडी और राष्ट्रीय राजमार्ग के इंजीनियरों के साथ मेट्रो रूट और फोरलेन कार्य के समन्वय को लेकर चर्चा की। शुक्रवार को इंजीनियर प्रमुख सचिव आवास के सामने मेट्रो और फोरलेन के साथ-साथ निर्माण में आने वाली दिक्कतों का ब्यौरा रखेंगे।

4100 करोड़ से दौड़ेगी मेट्रो

गोरखपुर में दो बोगियों वाली मेट्रो चलाई जाएगी। इसमें एक कचहरी से गुलरिया और दूसरी श्यामा नगर मानीराम से मोहद्दीपुर होते हुए कूड़ाघाट और सूबा बाजार तक जाएगी। अधिकारी ने बताया कि 4100 करोड़ से तैयार होने वाली इस परियोजना में 27 स्टेशन बनाए जाएंगे। इसमें एक साथ 400 लोग ट्रेवेल कर सकेंगे।