RANCHI: यदि आप भी इंजीनियरिंग करना चाहते हैं लेकिन रैंक कमजोर होने के कारण आपका एडमिशन नहीं हो पाया है तो आपके लिए अच्छी खबर है। जी हां, झारखंड कंबाइंड एंट्रेंस कॉम्पटीटिव एग्जाम बोर्ड(जेसीईसीईबी) ने राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में खाली पड़ी सीटों को लेकर सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसके तहत 25-30 परसेंट खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए स्टूडेंट्स का स्पेशल इंटरव्यू या ऑन स्पॉट एडमिशन लेने की बात कही गई है। ऐसे में सरकारी की सहमति मिलते ही स्टूडेंट्स की सारी दुविधा दूर हो जाएगी। दरअसल, राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहली बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से दाखिले लिए जा रहे हैं। यही कारण है कि राज्य में इंजीनियरिंग कॉलेजों की अधिकतर सीटें खाली रह गई हैं। ऐसे में बहुत सारे स्टूडेंट्स हैं जो इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन तो चाहते हैं लेकिन रैंक कम होने की वजह से निराश हो चुके हैं। ऐसे स्टूडेंट्स के लिए यह सुनहरा अवसर होगा।

इन कॉलेजों में इतनी सीटें हैं खाली

संस्थान सीट

बीआईटी सिंदरी 725

यू सेट हजारीबाग 252

गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज दुमका 315

गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज चाईबासा 315

गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज रामगढ़ 315

डीएवी इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी 252

नीलय एजुकेशनल ट्रस्ट रांची 378

रामचंद्र चंद्रवंशी टेक्नोलॉजी 442

सीआईटी रांची 756

आरटीसी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रांची 504

मैरीलैंड टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट कॉलेज 160

केके कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग 441

आरवीएस कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी 630

25-30 परसेंट सीटें खाली

राज्य में दो सरकारी और तीन पीपीपी मोड पर इंजीनियरिंग कॉलेज चल रहे हैं। साथ ही 8 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज भी हैं। बीआईटी सिंदरी और यू सेट हजारीबाग दोनों सरकारी कॉलेज हैं। इस साल इन दोनों कॉलेजों की सीटें भी खाली रह गई है। अब इन सीटों पर स्पॉट एडमिशन लिया जा सकेगा। एक अनुमान के अनुसार, इन कॉलेजों में करीब 25 से 30 प्रतिशत सीट खाली रह गई हैं।

बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स का इंतजार

बहुत सारे स्टूडेंट्स जिनकी रैंक कम आई है वो इंजीनियरिंग करने के इंतजार में हैं। कुछ ऐसे स्टूडेंट्स हैं जो दूसरे राज्य में इंजीनियरिंग करने चले गये, लेकिन जो लोग अफ ोर्ड नहीं कर पा रहे हैं वो राज्य के कॉलेज के ही इंतजार में हैं।