नई दिल्ली (एएनआई)। 23 साल पहले आज ही के दिन भारत के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शारजाह कप के सेमी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 143 रनों की पारी खेली थी। तेंदुलकर की इस पारी को आज भी उनकी सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय पारी के रूप में माना जाता है। वो मुकाबला भारत जीत तो नहीं सका लेकिन सचिन ने इस पारी को यादगार बना दिया।

मैदान में चली धूल भरी आंधी
बल्लेबाज ने 46 ओवर में 276 रन का पीछा करते हुए 143 रन बनाए। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने माइकल बेवन की 101 रनों की पारी के कारण 284/7 रन बनाए थे। हालांकि, एक सैंडस्टॉर्म के कारण मैच कुछ देर के लिए रोक दिया गया था। जिसके बाद भारत को 46 ओवरों में जीत के लिए 276 रन का लक्ष्य दिया गया।

सचिन की इस पारी को 'डेजर्ट स्टॉर्म' कहा गया
276 रनों का पीछा करते हुए, भारत ने पारी के नौवें ओवर में सौरव गांगुली (17) का पहला विकेट खो दिया। तेंदुलकर को नयन मोंगिया (35) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (14) का साथ मिला, लेकिन बाद में उन्होंने पूरी टीम इंडिया बोझ अपने कंधो पर ले लिया। मास्टर ब्लास्टर ने 143 रनों की पारी खेली और अंत में उन्हें 43 वें ओवर में डेमियन फ्लेमिंग ने पवेलियन भेजा। सचिन के आउट होने के बाद, भारत की उम्मीदें भी टूट गई और भारत 46 ओवर में सिर्फ 250 रन पर ही सीमित हो गया और 26 रन से मैच हार गया। तेंदुलकर की इस पारी को 'डेजर्ट स्टॉर्म' के नाम से जाना जाता है क्योंकि शारजाह में ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग अटैक के खिलाफ मास्टर ब्लास्टर ने रनों का तूफान ला दिया था और मैच में उस दिन असल का तूफान भी आया था।

फाइनल में फिर चला सचिन का बल्ला
फाइनल में, भारत और ऑस्ट्रेलिया फिर से भिड़े और इस बार तेंदुलकर ने टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया। फाइनल में 273 रनों का पीछा करते हुए, तेंदुलकर ने 134 रनों की पारी खेलकर भारत को छह विकेट से जीत दिलाई। सचिन ने 1989 में 16 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने कुल मिलाकर 34,357 रन बनाए, जो श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा की तुलना में 6,000 रन अधिक है।अब तक के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में, तेंदुलकर के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है, जिन्होंने एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन और टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं।

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