हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

-नामजद आरोपी अनिल सोनकर को अरेस्ट कर भेजा जेल

-शूटर पप्पू अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर

रईस की हत्या कराने वाला आरोपी गिरफ्तार

GORAKHPUR: पुराने रईस नुसरत उल्लाह वारसी हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार को जैसे तैस खुलासा कर लिया। नामजद आरोपी अनिल सोनकर को अरेस्ट कर पुलिस ने जेल भेजा। पुलिस का दावा है कि अनिल ने तुर्कमानपुर के पप्पू के शूटर की मदद से उसने हत्या कराई थी। मसलन, दो करोड़ रुपए न लौटाना पड़े इस वजह से नुसरत की हत्या कराई गई। हत्या करने वाले पप्पू का घर अनिल ने नहीं देखा है और ना ही उसके पिता व परिवार के बारे में जानकारी है, जिससे उसे दबोचा जा सके। यानी पप्पू शूटर है भी या नहीं यह स्पष्ट नहीं है। पप्पू को इस काम के लिए रुपए भी नहीं देने पड़े हैं क्योंकि तीन लाख रुपए उसने अनिल से उधार लिया था।

सीओ कोतवाली बीपी सिंह ने बताया कि अनिल सोनकर पर नामजद एफआईआर नुसरत के घरवालों ने कराया था। अनिल पुलिस से भाग रहा था। इसी बीच पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि हार्बर्ट बंधे के रास्ते अनिल गुजरने वाला है। पुलिस का दावा है कि अनिल ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने नुसरत से दो करोड़ रुपए लिए थे। हत्या के कुछ दिन पहले नुसरत लखनऊ गए थे और अनिल पर दबाव बनाकर दस लाख रुपए लेकर भी आए थे। बाकी की रकम वह लौटा नहीं पा रहा था। इसी बीच तुर्कमानपुर के पप्पू से अनिल ने रुपए मांगे। पप्पू को अनिल ने तीन लाख रुपए उधार दिए थे। रुपए ना लौटाना पड़े इस वजह से पप्पू ने नुसरत की हत्या कर दी।

नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश करने वाली पुलिस भी अनिल के इस बात पर पूरी तरह से विश्वास नहीं कर रही है। पुलिस का अब भी यहीं कहना है कि अनिल का हत्या कराने के पीछे मोटिव तो बड़ा है, मगर जब तक शूटर दबोच हीं लिया जाता है, कुछ भी स्पष्ट नहीं है। इसकी बातों की जांच जारी है। पुलिस ने अनिल के पास से गाड़ी भी बरामद की है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में इंस्पेक्टर राजेश कुमार पांडेय, उप निरीक्षक राम सिंह, अवधेश मिश्रा, सिपाही योगेश्वर पांडेय, इंद्रजीत यादव, प्रकाश खरवार, आशीष कुमार, रजनीश प्रसाद आदि शामिल थे।