-एफआर इस्लामियां इंटर कॉलेज में उर्दू में सिर्फ एक ही कैंडिडेट्स था रजिस्टर्ड

-ड्यूटी करने के लिए लगाया गया 15 कर्मचारियों का स्टॉफ

बरेली : यूपी बोर्ड एग्जाम में मंडे को फ‌र्स्ट मीटिंग में हाईस्कूल वैकल्पिक विषय की परीक्षा थी। उर्दू के एक परीक्षार्थी की परीक्षा के लिए एफआर इस्लामिया इंटर कॉलेज को केंद्र बनाया गया। जहां पर एक छात्र की परीक्षा कराने के लिए केंद्र पर करीब 15 लोगों की ड्यूटी लगाई गई थी।

फ‌र्स्ट पाली में था एग्जाम

यूपी बोर्ड एग्जाम में सॉल्वर का मामला पकड़े जाने से एग्जाम सेंटर्स की निगरानी बढ़ा दी गई है। सभी सेंटर्स पर परीक्षार्थी को सर्च के बाद दी जा रही है। एफआर इस्लामियां इंटर कॉलेज में 13 स्कूलों के 516 परीक्षार्थियों को केंद्र बनाया गया है। मंडे को पहली पाली में हाईस्कूल की उर्दू की परीक्षा के दौरान वहां शिक्षा विभाग का पूरा अमला मौजूद रहा। उर्दू की परीक्षा में केवल एक छात्र पंजीकृत था। जिसके लिए परीक्षा केंद्र पर एक केंद्र व्यवस्थापक, दो अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक, दो कक्ष निरीक्षक, दो परीक्षा सहायक, एक कंप्यूटर ऑपरेटर, दो पुलिस कर्मचारी, तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व एक सफाई कर्मचारी मौजूद रहे। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से भी परीक्षार्थी पर नजर रखी गई। इसी बीच राजकीय हाईस्कूल नबीनगर की प्रधानाध्यापिका शमा रफीक ने भी सचल दल के साथ केंद्र का निरीक्षण किया। केंद्र व्यवस्थापक मेजर जावेद खालिद ने बताया कि यहां 516 परीक्षार्थी हो या एक परीक्षार्थी। पूरी व्यवस्था की जाती है। इस मौके पर अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक फरहान अहमद, परीक्षा प्रभारी सलीम जमाल, नसीम अंसारी, त्रिवेंद्र कुमार आदि मौजू रहे।

कक्ष निरीक्षकों की कमी अभी भी

यूपी बोर्ड परीक्षा में काफी कोशिशों के बाद भी कक्ष निरीक्षकों की कमी पूरी नहीं हो रही। सोमवार को पर्यवेक्षक डॉ। ओपी गुप्ता ने सेकंड मीटिंग में कुंवर रंजीत सिंह इंटर कॉलेज बहेड़ी, भारत इंटर कॉलेज, आदर्श निकेतन इंटर कॉलेज आटामांडा और शेरिया अल्पसंख्यक इंटर कॉलेज देवरनियां का निरीक्षण किया। शेरिया के केंद्र व्यवस्थापक ने कक्ष निरीक्षक की कमी की शिकायत की। पर्यवेक्षक ने आंतरिक सचल दल में शामिल शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक नियुक्त कर दिया। इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी को फोन कर शिक्षकों की कमी पूरी करने का आदेश दिया।