- आस्ट्रेलिया में बने विश्व रिकॉर्ड को प्रयागराज के बच्चों ने तोड़ासब हेड
डीपीएस ग्राउंड बना साक्षी, 4272 स्टूडेंट ने लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल सेशन में किया पार्टिसिपेट
आईसाइंस वर्ल्ड, श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल और डीपीएस ने साथ मिलकर किया प्रयास
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PRAYAGRAJ: साल समाप्त होने से पहले ही प्रयागराज के खाते में एक और विश्व रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। चार बार इसे एचीव करने में सरकारी तंत्र ने संसाधन जुटाये तो पाचवीं बार इस स्टोरी का नायक है आईसाइंस वर्ल्ड, श्री महाप्रभू पब्लिक स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल। शनिवार को यह इतिहास रखा गया डीपीएस ग्राउंड पर। इसे मॉनीटर करने के लिए मौजूद थे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के साथ द गोल्डेन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि। उन्होंने रिकॉर्ड ब्रेक कर दिये जाने की घोषणा की साथ में सर्टिफिकेट सौंपा तो इसके पार्टिसिपेंट्स की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
खेल-खेल में बना डाला रिकार्ड
50
स्कूलों के बच्चों ने किया इसमें पार्टिसिपेट
12
वीं तक के बच्चों को दी गयी थी भाग लेने की अनुमति
06
से नीचे क्लास के बच्चों को नहीं होना था शामिल
2016
में आस्ट्रेलिया में बना था इससे पहले वर्ल्ड रिकॉर्ड
2900
स्टूडेंट्स शामिल हुए थे आस्ट्रेलिया में हुए इवेंट में
2019
में प्रयागराज में टूटा आस्ट्रेलिया में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
4272
स्टूडेंट्स ने एक साथ लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल सेशन में शामिल होकर रिकॉर्ड अपने नाम किया
5000
स्टूडेंट्स जुटाने का टारगेट था
4313
बच्चे इनीशिएटिव में हुए शामिल
41
स्टूडेंट्स डिस्क्वालीफाई हो गये
2000
स्टूडेंटस के साथ 2015 में दिल्ली में बनाया गया था रिकार्ड
कैसे बनाया गया रिकॉर्ड
सभी बच्चों ने एक जैसा वाटर बेस्ड साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट्स किया।
पानी में क्या-क्या डिजाल्व हो सकता है?
पानी का पीएच लेवल कैसे पता किया जा सकता है?
इसकी जानकारी के लिए एक्सपेरीमेंट करना था।
इवेंट का हिस्सा बने छात्रों ने एक साथ एक्सपेरीमेंट करके फाइंडिंग जानी
प्रयागराज में इस वर्ष बने रिकॉर्ड
28 फरवरी
500 से अधिक शटल बसों को एक साथ संचालित करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया था प्रयागराज में। शटल बसों को चलाने की यह एक्टिविटी कुंभ मेले के दौरान आयोजित की गई थी।
01 मार्च
कुंभ के दौरान गंगा पंडाल में 7664 लोगों ने दीवार पर हाथ की छाप से पेंटिंग का वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। यह आयोजन कुंभ के समापन से तीन दिन पहले किया गया था। इसमें स्कूली बच्चों ने सुबह से शाम तक भागीदारी की थी।
02 मार्च
सफाई का वर्ल्ड रिकार्ड कुंभ मेला के दौरान बनाया गया था। प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से चार सेक्टरों में दस हजार सफाईकर्मियों ने तीन मिनट तक लगातार सफाई करके यह रिकार्ड बनाया था।
09 अगस्त
76,823 पौधे वितरण कर संगम तट पर रिकार्ड बनाया गया था। इसके लिए परेड ग्राउंड पर सुबह नौ बजे से कार्यक्रम शुरू हो गया था। इसमें 60 हजार बच्चों को बुलाया गया था। 20 हजार कर्मचारी लगाए गए थे प्रोग्राम में।
14 दिसंबर
4272 स्टूडेंट्स ने लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल सेशन में पार्टिसिपेट किया। वॉटर पर बेस्ड एक्सपेरिमेंट्स करके नया रिकॉर्ड बनाया। पहले यह रिकॉर्ड आस्ट्रेलिया के नाम था।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के टाइटल 'लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल लेसन' को तोड़ने के लिए दुनिया भर में यह 10 वां सफल प्रयास था। भारत में ऐसा प्रयास दूसरी बार किया गया है। वॉटर बेस्ड एक्सपेरीमेंट के लिए यह पहला प्रयास था।
शेफाली मिश्रा
एडजुडीकेटर, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
इसी प्रयास को द गोल्डन वर्ल्ड रिकार्ड्स ने भी 'लार्जेस्ट इनफॉर्मल साइंस एक्सपेरिमेंट सेशन' के रूप में शामिल किया है।
डॉ मनीष विश्नोई
एडजुडीकेटर, द गोल्डन वर्ल्ड रिकार्ड्स