-यूपी की सभी स्टेट यूनिवर्सिटी में एक जैसा सिलेबस लागू करने की कवायद हुई तेज

- इंगलिश के सिलेबस की जिम्मेदारी सीएसजेएमयू पर, एक्सप‌र्ट्स ने डीडीयू में दिया प्रेजेंटेशन

KANPUR: यूपी के सभी यूनिवर्सिटी में एक जैसे सिलेबस लागू करने की कवायद तेज हो गई है। इस बदलाव को सबसे पहले ग्रेजुएट लेवल पर लागू करने की तैयारी जारी है। यूजीसी की गाइडलाइंस के आधार पर सिलेबस तैयार किया जा रहा है। सिलेबस को इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि वह सेमेस्टर सिस्टम में भी सटीक फिट हो जाए। हालांकि यूनिवर्सिटी को फ्रीडम होगी कि वह सेमेस्टर सिस्टम फॉलो करे या फिर एनुअल। सीएसजेएमयू को इंग्लिश का सिलेबस तैयार करने की जिम्मेदारी मिली थी। सीएसजेएमयू के एक्सपर्ट डॉ। बीडी पांडेय व प्रो। संजय कुमार स्वर्णकार ने सिलेबस का प्रजेंटेशन दिया।

न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया को भी जगह

पीपीएन कॉलेज में इंगलिश के प्रोफेसर डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि अब भारतीय साहित्यकारों को भी यूजी लेवल के सिलेबस में जगह दी जाएगी। जिसमें श्रीलाल शुक्ला, भगवत्गीता, कालिदास का अभिज्ञान शाकुन्तलम को सिलेबस में शामिल किया जाएगा। अभी तक सिलेबस में अमेरिका व ब्रिटेन के साहित्यकारों का इकतरफा राज था अब न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया व वेस्टइंडीज के इंग्लिश के साहित्यकारों को भी जगह मिलेगी।

यूजी का पूरा सिलेबस चेंज होगा

सीएसजेएमयू के मीडिया प्रभारी प्रो। संजय कुमार स्वर्णकार ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी गोरखपुर में शनिवार को इंग्लिश के सिलेबस पर प्रजेंटेशन दिया। यूजी लेवल के करीब 40 सब्जेक्ट का सिलेबस एक जैसा सभी विश्वविद्यालयों में लागू करने की दिशा में काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि नेक्स्ट एकेडमिक सेशन में न्यू सिलेबस यूपी के सभी विश्वविद्यालयों में लागू किया जाएगा। इससे रिलेटेड अगली मीटिंग रूहेलखण्ड यूनिवर्सिटी बरेली में नवंबर में बुलाई गई है। सिलेबस ऐसा बनाया जा रहा है कि बच्चों को कॉम्पटीटिव एग्जाम और नेट में इसका फायदा मिले।