80 रुपए किलो पहुंचा दाम, नवंबर अंत तक 100 के पार होगा

Meerut। उम्मीद की जा रही थी कि मानसून और त्योहारी सीजन बीतने के बाद प्याज के दाम में कमी आएगी, वैसा कुछ नही हुआ। पिछले दो माह में प्याज के दाम तीन गुने से अधिक बढ़ चुके हैं और हालत यह है कि नवंबर माह के अंत तक प्याज के दाम अब शतक मारने को तैयार हैं। मंडी विशेषज्ञों की मानें तो प्याज की शार्टेज और शादियों के सीजन के चलते बाजार में जमकर कालाबाजारी शुरु हो गई है दिसंबर माह तक शादियों का भरपूर साया है ऐसे में इस साल प्याज के दाम में कमी के आसार नही है।

कालाबाजारी की आशंका

शहर में रोजाना 600 कुंतल प्याज की खपत होती है, जिसके एवरेज में नवीन सब्जी मंडी में पिछले दो माह से 400 कुंतल प्याज की आवक हो रही है। ऐसे में कम आवक और डिमांड ज्यादा होने के कारण दाम में अंतर आ रहा है। हालांकि इस अंतर का प्रमुख कारण त्योहारी सीजन के पर मंडी के आढ़तियों समेत व्यापारियों ने अवैध तरीके से प्याज को स्टॉक किया जाना है। इस सूचना पर गत माह पूर्ति विभाग द्वारा मंडी में छापेमारी भी गई थी लेकिन कालाबाजारी करने वाले पकड़ में नही आ सके थे। वहीं दिल्ली में कई व्यापारियों ने त्योहार के पहले बड़ी मात्रा में प्याज को स्टोर कर लिया था, जिसकी वजह से भी दिल्ली से आने वाली प्याज पिछले दो माह से लगातार मंहगी हो रही है।

तीन गुना हुआ दाम

नासिक की प्याज को अगस्त में हुई बारिश के कारण काफी नुकसान पहुंचा था, जिस कारण प्याज के उत्पादन में 50 फीसदी की कमी आ गई है। पिछले पांच सालों में यह प्याज का सबसे कम उत्पादन माना जा रहा है। इस शार्टेज के चलते सितंबर तक जारी प्याज के 30 रुपए प्रति किलो दाम में उछाल आना शुरु हुआ था और सितंबर अंत तक दाम 50 रुपए किलो पहुंच गया था। जो कि अक्टूबर में बढ़कर 60 रुपए किलो पहुंच गया। अब नवंबर में प्याज के दाम में राहत की उम्मीद की जा रही थी लेकिन नवंबर में प्याज का दाम 80 पार पहुंच चुका है जो कि नंवबर अंत तक 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकता है।

अलवर की प्याज

नासिक की फसल खराब होने के बाद अब अलवर से प्याज की सप्लाई शुरू होने लगी है। इस प्याज को भी अच्छी और सस्ती प्याज में माना जाता है। अलवर की प्याज का दाम मंडी में 30 से 35 रुपए प्रति किलो चल रहा है लेकिन स्टॉक कम होने के कारण अभी यह भी आम आदमी की पहुंच से दूर है। मंडी विशेषज्ञों की मानें तो अलवर की प्याज की प्रतिदिन आवक बढ़ रही है जिसके चलते जल्द प्याज के दाम काबू में आ सकते हैं।

प्याज के दाम में जो तेजी थी, वह राजस्थान की प्याज आने के बाद कम होने लगी है। पिछले दिनों 400 कुंतल प्याज की आपूर्ति अधिकतम रही थी जबकि जरुरत 600 कुंतल से अधिक रहती है। अब राजस्थान की प्याज की सप्लाई शुरु होने से यह बैलेंस बन रहा है।

नरेंद्र सिंह, मंडी सचिव

नासिक की प्याज का स्टॉक पूरी तरह खत्म हो चुका है, इसलिए जिनके पास नासिक की प्याज थी उन्होनें दाम में इजाफा किया हुआ था। मंडी में अब 3 हजार से 3600 रुपए प्रति कुंतल के दाम में प्याज उपलब्ध है।

अशोक प्रधान, मंडी अध्यक्ष