- प्याज सहित अन्य सब्जियों की कीमत में बेतहाशा बढ़ोतरी

- बिगड़ा मिडिल क्लास से लेकर एलीट फैमिलीज तक के किचन का बजट

GORAKHPUR: साग, सब्जी हो या सलाद चाहे नॉनवेज, बिना प्याज कुछ भी नहीं बनता है। मगर पिछले एक हफ्ते से आसमान छू रहे प्याज के दामों ने हर तरफ हाय-तौबा मचा दी है। महंगाई का आलम ये कि प्याज का दाम 80 रुपया प्रति किलो पहुंच गया है जिसके चलते जमाखोर भी मौके का फायदा उठा जमकर चांदी काट रहे हैं। गोदामों में प्याज का स्टॉक लगा कीमत और बढ़ने का इंतजार हो रहा है। लेकिन जिला प्रशासन है कि इन जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए मूक दर्शक बना हुआ है। वहीं, 70-80 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा मटर और 60 रुपए प्रतिकिलो चल रहे टमाटर ने भी मिडिल क्लास से लेकर एलीट क्लास फैमिलीज तक के किचन का बजट बिगाड़ रखा है।

80 पार पहुंच गया प्याज

बता दें, इधर कुछ दिनों से प्याज का दाम तेजी से बढ़ा है। 30 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा प्याज अब 80 रुपए तक पहुंच गया है। वहीं सिटी के आसपास एरिया में इसकी कीमत 80-89 रुपए तक पहुंच गई है। आगे इसके दाम कहां तक जाएंगे, कुछ पता नहीं है। अभी तक खाद्य व पेट्रोलियम पदार्थो की महंगाई झेल रही पब्लिक के लिए प्याज की कीमत नई चुनौती बन गई है जिसके चलते लोगों का घरेलू बजट बिगड़ गया है।

मिडिल क्लास हो या एलीट, सभी को रुला रहा प्याज

प्याज की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से हाउस वाइफ्स बेहद परेशान हैं, क्योंकि इससे उनके किचन का जायका ही बिगड़ गया है। जहां पहले हफ्ते में दो-दो, तीन-तीन किलो प्याज खत्म हो जाता था, वहीं अब आधा-एक किलो में ही काम चलाया जा रहा है। हाउस वाइफ मनीषा सिंह कहती हैं कि देखते ही देखते प्याज के रेट आसमान छूने लगे हैं। बाजार से जितने पैसे में तीन-चार किलो प्याज मंगाई जाती है उतनी कीमत में अब एक किलो प्याज मिलना मुश्किल है। वहीं दीपिका का कहना है कि प्याज की कीमत दिनों दिन बढ़ती जा रही है लेकिन जिम्मेदार मूक दर्शक बने हुए हैं। स्वीटी ने कहा कि घरेलू इस्तेमाल के लिए प्याज सर्वाधिक जरूरी है और आज उसी की कीमत में आग लगी हुई है। वहीं प्रीति ने कहा कि बिन प्याज कोई काम नहीं चलने वाला है, इसलिए प्रशासन को जमाखोरों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाना होगा।

ये चल रहा सब्जियों का रेट

प्याज - 70-80 रुपए प्रतिकिलो

आलू - 20-25 रुपए प्रतिकिलो

मटर - 70-80 रुपए प्रतिकिलो

टमाटर - 60 रुपए प्रतिकिलो

गोभी - 40-50 रुपए प्रतिकिलो

पालक साग - 40-50 रुपए प्रतिकिलो

शिमला मिर्च - 80 रुपए प्रतिकिलो

प्याज का साग - 60 रुपए प्रतिकिलो

मिर्च - 80 रुपए प्रतिकिलो

अदरक - 100 रुपए प्रतिकिलो

भिंडी - 80 रुपए प्रतिकिलो

नेनूआ - 40 रुपए प्रतिकिलो

धनिया की पत्ती - 100 रुपए प्रतिकिलो

लहसुन - 100-120 रुपए प्रतिकिलो

मूली - 60 रुपए प्रतिकिलो

कोट्स

प्याज का दाम तो इस तरह से बढ़ रहा है कि पूछिए मत। पूरे किचन का जायका ही बिगड़ गया है। प्याज हर सब्जी में इस्तेमाल होता है। वहां कम यूज करना पड़ रहा है।

- साल्वी कुमार, हाउस वाइफ

प्याज इस तरह से रुलाएगा यह पता भी नहीं था। हालत ये है कि किसी तरह से प्याज सब्जी में पड़ जाए वही बहुत है। सलाद कौन खाए।

पूनम गुप्ता, हाउस वाइफ

सर्दियों के दिनों में सब्जियों के दाम कम होते हैं, लेकिन यहां तो प्याज के साथ-साथ बाकी सब्जियों के दाम भी बेतहाशा बढ़ रहे हैं। इन पर कोई लगाम ही नहीं लगा रहा है।

अर्चना श्रीवास्तव, हाउस वाइफ

प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर जिला प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। जमाखोर भी इसका लाभ उठाने लगे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

आकांक्षा श्रीवास्तव, हाउस वाइफ

वर्जन

प्याज के दाम में वृद्धि हो रही है जिसकी जानकारी है। दाम वृद्धि के कारण को हम तलाश रहे हैं। जमाखोरों के खिलाफ बहुत जल्द कार्रवाई की जाएगी।

उमेश कुमार मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट