- दाम बढ़ने के दौरान एक्सपोर्ट पर लगी थी रोक

- सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर कर रहे तस्करी

GORAKHPUR: जिले में बिकने वाली प्याज बॉर्डर पार करके नेपाल पहुंच जा रही है। दाम घटने के बावजूद बाजार में भले प्याज की किल्लत बनी हो, लेकिन नेपाल के होटल, रेस्टोरेंट और घरों में तस्करी की प्याज जमकर पहुंच रही। बॉर्डर पर मौजूद सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंककर तस्कर आसानी से प्याज पहुंचा दे रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बॉर्डर पर तस्करी सहित अन्य गतिविधियों से निपटने के लिए पुलिस अलर्ट है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। बॉर्डर पार कराने में किसी पुलिस कर्मचारी की भूमिका मिली तो उसके खिलाफ रिपोर्ट भेजी जाएगी।

दाम बढ़ने पर ठप हुआ निर्यात

इंडिया में प्याज की किल्लत होने से इसकी दरें बेतहाशा बढ़ गई। शहर में करीब सौ रुपए प्रति किलो की दर से प्याज बिकने लगी। प्याज की महंगाई से लोग परेशान हो गए। प्याज की कमी को पूरा करने के लिए नेपाल और बांग्लादेश सहित कई देशों का निर्यात ठप हो गया था। इसलिए गोरखपुर सहित देश के अन्य हिस्सों से नेपाल जाने वाली प्याज की सप्लाई थम गई। हाल के दिनों में प्याज की दरों में गिरावट के बावजूद निर्यात शुरू नहीं हो सका। इसका बेजा फायदा उठाते हुए कुछ कारोबारी बॉर्डर से प्याज की तस्करी कराने में जुट गए।

भैरहवा और बुटवल में गोदाम

नेपाल बॉर्डर से जुड़े लोगों का कहना है कि जाड़े के दिनों में कोहरे का फायदा उठाकर तस्कर ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। सोनौली, नौतनवां, बढ़नी सहित बॉर्डर के इलाकों में साइकिल पर प्याज लादकर पहुंचाई जा रही है। बॉर्डर के चेकिंग वाले एरिया के अतिरिक्त उन जगहों से साइकिलों पर लदे बोरे पार कराए जाते हैं, जहां से नेपाल में जाने में आसानी हो। यूपी पुलिस और एसएसबी की नजर से बचकर निकलने के बाद तस्कर नेपाल प्रहरी को चकमा देकर आसानी से साइकिल वाली प्याज को वाहनों पर लादकर ठिकाने तक पहुंचा देते हैं। कहा जा रहा है कि नेपाल प्रहरी सबकुछ जानने के बाद भी आंख मूंद लेती है। इसलिए इंडिया से बड़े पैमाने पर साइकिलों के सहारे प्याज की खेप पहुंच जा रही। सुरक्षा एजेंसियों की अनदेखी का फायदा उठाकर अवैध कारोबारी खूब रुपए कमा रहे हैं। सेमरपाती, सोहीबाट, बसंतपुर सहित कई जगहों पर साइकिल सवार आसानी से प्याज लेकर नेपाल में पहुंच जा रहे।

पब्लिक को नुकसान, कारोबारी मालामाल

नेपाल से जुड़े लोगों का कहना है कि इंडिया में प्याज के महंगा होने का असर नेपाल में भी पड़ा है। यहां सप्लाई बंद होने से बॉर्डर पर इसकी तस्करी हो रही है। इसलिए प्याज के दाम बढे़ हैं। बॉर्डर के आसपास एरिया में आने वाली प्याज कुछ देर में गायब होकर बॉर्डर के उस पार चली जा रही। वहां पर इसे महंगे दामों पर बेचा जा रहा है। कैरियर भी मुनाफा कमा रहे। गोरखपुर मार्केट में थोक प्याज प्रति किलो 40-45 रुपए में बिक रही है। फुटकर मार्केट में इसकी दर 60 रुपए तक है। नेपाल में प्याज की कीमत 150 से 200 रुपए के बीच चल रही है। बड़े ट्रकों और पिकअप जैसी गाडि़यों की सख्ती से जांच पर कारोबारियों ने साइकिल को सहारा बना लिया है। शादी, पार्टी सहित अन्य कई बहाने से कारोबारी तस्करी करा रहे हैं।

फैक्ट फिगर

गोरखपुर में थोक मंडी में प्याज की दर - 45 से 50 रुपए प्रतिकिलो

गोरखपुर में फुटकर मार्केट में प्याज की दर - 60 से 70 रुपए प्रतिकिलो

नेपाल में प्याज की दर - 150 से 200 रुपए प्रतिकिलो

प्याज के निर्यात पर रोक से प्रभावित कारोबार - रोजाना चार से पांच कराेड़ रुपए

हाल में हुइर् कार्रवाई

8 दिसंबर 2019: ठूंठीबारी से महेशपुर बॉर्डर पर तीन ट्रक में भरी प्याज का अवैध कारोबार सामने आया।

7 दिसंबर 2019: सोनौली बॉर्डर पर आलू के नाम पर भेजी जा रही दो करोड़ रुपए की प्याज पकड़ी गई। लखनऊ की डीआरआई टीम ने सनी कुमार मद्धेशिया नाम के व्यक्ति को अरेस्ट किया।

22 नवंबर 2019: इंडो नेपाल बॉर्डर पर पांच करोड़ रुपए की तस्करी की प्याज पकड़ी गई।

18 नवंबर 2019: इंडो नेपाल बॉर्डर पर रक्सौल के पास भारी मात्रा में तस्करी की प्याज पकड़ी गई थी।

वर्जन

नेपाल बॉर्डर की संवेदनशीलता को देखते हुए चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। यदि इस संबंध में कोई शिकायत सामने आती है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए नेपाल के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।

- दावा शेरपा, एडीजी, जोन