-13 अप्रैल तक कोरोनावायरस के लिए लाकडाउन के चलते यूनिवर्सिटीज, इंस्टीट्यूट व स्कूल्स ने उठाया कदम

स्टूडेंट को करा रहे ऑनलाइन पढ़ाई, सीबीएसई बोर्ड ने भी जारी की एडवाइजरी

-अपने-अपने विषयों का कोर्स मैटेरियल अपलोड कर रहे एक्सपर्ट

कोरोनावायरस ने पढ़ने-पढ़ाने का तरीका भी बदल दिया। लॉकडाउन के तहत घर में कैद स्टूडेंट्स के लिए पढ़ना भी इंपॉटर्ेंट है। ऐसे में यूनिवर्सिटीज से लेकर स्कूल्स और इंस्टीट्यूट ने स्टूडेंट्स को घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाने का कदम उठाया है। इससे स्टूडेंट्स का समय भी बर्बाद नहीं हो रहा है साथ ही उनका कोर्स भी पूरा हो रहा है। आप भी पढि़ये ऑनलाइन पढ़ाई की ये रिपोर्ट।

वेबसाइट पर कर रहे अपलोड

बीएचयू व काशी विघापीठ ने जहां स्टूडेंटस को घर बैठे पढ़ाई करवाने की पहल की है तो डीएवी, एसएमएस सहित सनबीम स्कूल भी ऑनलाइन पढाई के लिए उतर गया है। बीएचयू के वीसी प्रो। राकेश भटनागर के निर्देशन में फैकल्टीज को पहले ही घर बैठकर डिजिटल क्लासरूम में एजुकेशन देने के लिए ट्रेनिंग दिया गया था। एक सप्ताह से बीएचयू के सभी फैकल्टी रोजाना 40 मिनट से एक घंटे तक की अपने-अपने सब्जेक्ट्स की ऑनलाइन डिजिटल क्लास लेकर बच्चों को एजुकेशन देने में जुटे हैं। इस पर लगातार नजर भी रखी जा रही है। इसी क्रम में काशी विद्यापीठ के वीसी प्रो। टीएन सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी के टीचर्स के साथ व मैं खुद ऑडियो व वीडियो फार्म में स्टडी मैटेरियल वेबसाइट पर अपलोड करने में जुटा हुआ हूं।

वेबसाइट से कर रहे पढाई

स्टूडेंटस के लिए स्टडी मैटेरियल, आडियो, वीडियो, लाइव क्लासेज दोनों यूनिवर्सिटीज अपने वेबसाइट के थ्रू अवेलेबल करा रहीं हैं। बीएचयू यूजीसी के स्वयं से भी अपने को लिंक किया हुआ है। जहां यूनिवर्सिटी के टीचर्स सहित अन्य यूनिवर्सिटीज के स्टडी मैटेरियल स्टूडेंटस को एक क्लिक पर उपलब्ध हो जा रहा है। इसके तहत स्टूडेंटस को 20 परसेंट च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम का भी लाभ मिलेगा। वो इस दौरान अपने पसंद के टॉपिक की घर बैठ पढ़ाई कर सकते हैं। जिसका ऑनलाइन एग्जाम देकर सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते हैं। जबकि काशी विघापीठ में लगभग सभी विषय के वेबसाइट पर डिजिटल कोर्स मैटेरियल अपलोड किए जा रहे हैं। यही नहीं स्टूडेंटस को जोड़ने के लिए कॉलेजेज को भी इससे लिंक किया जा रहा है।

अब अप्रैल में ही खुलेंगे संस्थान

कोरोनावायरस के कारण सभी यूनिवर्सिटीज व स्कूल्स 14 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके आगे का फैसला सरकार की एडवाइजरी पर डिपेंड करेगा। ऐसे में शहर की दोनों यूनिवर्सिटीज सहित सीबीएसई बोर्ड ने भी क्लासेज पोस्टपोन कर दिया है। जबकि ये समय रिजल्ट घोषित करने और आगे की पढ़ाई शुरू करने का है। कोरोना का प्रकोप देखकर ये कहना मुश्किल होगा कि आगे कितने समय में मूल्यांकन और एग्जाम शुरू हो पाएगा। इस कंडीशन में सीबीएसई बोर्ड ने एडवाइजरी जारी कर स्कूलों को दीक्षा एप पर ऑनलाइन क्लास शुरू करने का भी सजेशन दिया है।

ना हो बच्चों की पढ़ाई का नुकसान

सीबीएसई बोर्ड के सचिव ने लेटर जारी कर कहा है कि हमारा प्रयास है कि स्कूल और स्टूडेंट्स इंतजार के बजाए ऑनलाइन क्लासेज या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का यूज शुरू कर दें। देश के अन्य शहरों के कई स्कूल्स में ई क्लासेज शुरू भी हो गई हैं। इसके लिए कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं। इसमें एमएचआरडी मंत्रालय का दीक्षा प्लेटफॉर्म सबसे कारगर है। इससे बच्चों की पढ़ाई नुकसान नहीं होगा।

दीक्षा पर सारी फैसिलिटी

दीक्षा एप पर स्टूडेंट के सिलेबस एवं एनसीईआरटी बुक के अनुसार कई सारे वीडियोज क्लास रूम, लर्निग कंटेंट अवेलबल हैं। सभी स्कूल्स को इसके बारे में पहले ही बताया जा चुका है कि दीक्षा एप का यूज बढ़ाया जाए और इस प्लेटफॉर्म द्वारा बच्चों को पढ़ाया जाए। इसके अलावा गूगल आदि के प्लेटफॉर्म का भी यूज स्टूडेंट सिलेबस पढ़ने में कर सकते हैं।

बच्चों को भेजें असाइनमेंट

इस समय स्कूल बच्चों को असाइनमेंट ईमेल के जरिए भेजें। बच्चे अपने घर पर रहते हुए यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म की मदद से इन्हें बनाने का प्रयास करें। स्कूलों को ये भी कहा गया है कि समर वेकेशन मई और जून में होते थे उसे अप्रैल और मई में कर दें। जून से सभी स्कूल अपनी क्लासेज शुरू करें। ऑनलाइन क्लासेज से स्टूडेंट घर बैठकर 24 घंटे पढ़ाई कर सकते हैं। टीचर्स से कहा गया है कि वो इस समय का यूज लेसन प्लान, क्वैश्चन बैंक, नोट्स, ई कंटेंट एवं वीडियोज बनाने में करें।

सीबीएसई का हेल्पलाइन नंबर

सीबीएसई ने स्कूल बंद होने पर स्टूडेंट्स के लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू की है। हेल्पलाइन की सुविधा स्टूडेंट्स को 14 अप्रैल तक मिलेगी। दो शिफ्ट में एक्सपर्ट्स की टीम स्टूडेंट्स के सवालों का जवाब देगी। पढ़ाई से संबंधित कोई भी सवाल स्टूडेंट हेल्पलाइन नंबर पर ले सकते हैं। इसके अलावा टॉल फ्री नंबर 1800-11-8004 भी है।

स्टूडेंटस के लिए टीचर्स के अलावा मैं खुद स्टडी मैटेरियल बनाने में जुटा हुआ हूं। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के थ्रू स्टूडेंटस को इसका लाभ उठाना चाहिए।

प्रो। टीएन सिंह, वीसी

काशी विघापीठ

मूक्स, स्वयंम, ई-पीजी पाठशाला पर चार हजार से ज्यादा स्टडी मैटेरियल यूजीसी सहित अन्य वेबसाइट पर स्टूडेंटस को घर बैठे पढाई करने के लिए उपलब्ध करायी गयी है। इसका स्टूडेंटस को इस छुटटी में फायदा उठाना चाहिए।

डॉ। दुर्गेश त्रिपाठी, को-प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर यूजीसी

स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेसज ने भी अपने स्टूडेंटस के लिए ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल मूडल के माध्यम से अवेलेबल करा रहा है, विभिन्न विषयों के डिजिटल स्टडी मैटेरियल से स्टूडेंटस सीधे पढाई कर रहे हैं।

प्रो। पीएन झा, डायरेक्टर

एसएमएस

सनबीम में डिजिटल पढ़ाई आज से

सनबीम स्कूल में इसके लिए खास तैयारी की गयी है। डायरेक्टर डॉ। दीपक मधोक ने बताया कि 26 मार्च से स्कूल के डिजिटल क्लोसज की शुरुआत हो रही है। इसमें सभी कोर्स के मैटेरियल स्टूडेंटस को अवेलेबल कराए जाएंगे। जिससे वो घर बैठे ही पढाई कर सकेंगे। साथ ही वो अपने सवालों का जवाब भी घर बैठे ही प्राप्त कर सकेंगे। डॉ। दीपक ने बताया कि स्टूडेंटस को स्कूल आने की जरूरत नहीं होगी। टीचर्स को सीधे स्टूडेंटस से जुड़ने के लिए एक खास प्लेटफार्म तैयार किया गया है। जिसके तहत स्टूडेंटस बिना किसी अन्य को डिस्टर्ब किए सीधे संबंधित टीचर्स से जुड सकेंगे और अपनी क्वैरीज को सॉल्व कर सकेंगे।