PATNA: पटना में बारिश के बाद डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। सिर्फ पटना में 650 मामले सामने आने के बाद भी नगर निगम युद्ध स्तर पर फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं कर पा रहा है। फॉगिंग और ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। जलजमाव की परेशानी झेल रहे लोगों की स्थिति अभी तक नरकीय बनी हुई है। सड़ते पानी व गंदगी ने संक्त्रमण का खतरे को दोगुना कर दिया है।

इन इलाकों का हाल बेहाल

पटना के पॉस कॉलोनी में शामिल पाटलिपुत्र कॉलोनी के कई हिस्से पानी में डूबे हैं। बेसमेंट और घरों में भी पानी है। जिससे लोगों को डेंगू और मलेरिया का खतरा होने लगा है। दूसरी ओर पाटलिपुत्र कॉलोनी में अल्पना मार्केट से पॉलटेक्निक कॉलेज के बीच के हिस्सों में सिर्फ मुख्य सड़क खाली है। दोनों तरफ गलियों में अब भी पानी है। इसके साथ ही कॉलोनी के अंदर के हिस्सों में अब भी पानी की निकासी नहीं हो पाई है। इन इलाकों में ना तो फॉगिंग की गाडि़यां पहुंची है ना ही एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं हुआ है।

क्या कहते है निगम आयुक्त

नगर निगम आयुक्त अमित कुमार पांडे बताते है कि 75 वाडरें में 75 टीमें गठित की गई हैं। सभी टीमों में 10 सफाई कर्मी, फागिंग मशीन, बॉब कैट, ब्लीचिंग पाउडर एवं सफाई निरीक्षक की व्यवस्था की गई है है। बता दें कि 5 अक्टूबर शनिवार तक 64 वाडरें में 53,350 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है। इसके साथ-साथ प्रमुख पूजा पंडालों को भी ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध कराया गया है।