- यूपी बोर्ड की परीक्षा में इलाहबाद सेंटर पर हुई नकल

- सेंटर की मिलीभगत से हुआ कॉपी बदलने का खेल।

आई एक्सक्लूसिव

स्वाति भाटिया,

मेरठ- यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार नकलमाफिया का खेल जमकर चला। इसका पता तब लगा जब सोमवार को सेंटर पर कॉपी चेक करते समय डिप्टी हेड को एक ही रोल नंबर की दो कॉपियां मिलीं। हैंड राइटिंग दोनों में अलग थीं, जिससे साफ पता लग रहा था कि ये कॉपी नकल की मंशा से लिखी गई है। गलती से दोनों ही कॉपी बंडल में आ गईं।

ये है मामला

सदर एसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज में जब डिप्टी हेड साइंस की कॉपियां चेक कर रहे थे तो उनको एक ही रोल नंबर की दो कॉपियां मिली। जब इन कॉपियों को ध्यान से देखा गया तो पता लगा कि कॉपी वाकई ही नकल की मंशा से लिखी गई है। इन कॉपियों पर रोल नंबर ही नहीं, बल्कि सेंटर नेम व सिग्नेचर भी एक जैसे थे। ऐसे में साफ जाहिर था कि ये नकलामाफिया का ही खेल है।

हैंड राइटिंग व साइन से पकड़ा

पहले तो इन कॉपियों को देखकर डीएचई और उप नियंत्रक तक चक्कर खा गए। लेकिन जब उन्होंने ये कॉपियां गौर से देखीं तो सारा मामला समझने में देर न लगी। दरअसल कॉपियों में एक कॉपी पर तो किसी परीक्षार्थी ने गंदी राइटिंग में बहुत काम किया था, वहीं उसी नंबर की दूसरी कॉपी में हैंडराइटिंग ऐसे थी जैसे किसी ने घर पर बैठकर तसल्ली से लिखी हो। जिससे पता लगा रहा था कि नकल का खेल है।

सेंटर का है सारा खेल

डीएचई के अनुसार कॉपियों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें सेंटर की मिलीभगत का खेल है। क्योंकि इन कॉपियों पर इलाहबाद के श्री नाथ सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, करछना इलाहबाद लिखा हुआ था। इसके साथ ही दोनों को कॉपियों पर एक राइटिंग में एक ही व्यक्ति के सिग्नेचर किए हुए थे। सेंटर की मोहर भी लगी हुई थी। जिससे पता लगता है कि ये सेंटर की मिलीभगत का ही खेल है।

एंड में गाना

जो गंदी हैंडराइटिंग की कॉपी उसमें समय बिताने के लिए परीक्षार्थी ने गाने लिखे हुए हैं। इनमें मेरी महबूबा, जूली जूली जैसे गानों की लाइन लिखी हुई है। जिससे पता लगता है कि परीक्षार्थी मात्र समय पास करने के लिए ही परीक्षा में बैठा था।

नकल के लिए चाहिए अक्ल

वो कहा जाता है कि नकल के लिए अक्ल चाहिए, ये कहावत कहीं न कहीं इन नकलमाफिया पर फिट बैठती है। क्योंकि नकलमाफिया ने दूसरी कॉपी तो लिख ली, लेकिन जल्दबाजी के चलते वो एक कॉपी निकालनी भूल गया। दोनों ही कॉपियां उसने बंडल में रख दी, जिसके चलते नकल का खेल सामने आ गया।

मैंने आख्या मांगी है। आख्या तैयार करवाकर ये कॉपियां अलग बंडल में रखकर आख्या सहित गोपनीय पांच में इलाहबाद भेजी जाएंगी।

बीबी बंसल, उप नियंत्रक एंड प्रिंसिपल, एसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज, सदर