- महेवा मंडी सचिव कार्यालय में बने सीवर टैंक की छह महीने पहले कराई गई थी सफाई

- ढक्कन लगवाने के नाम पर निर्माण और यांत्रिक विभाग में छह महीने से जारी खींचतान

GORAKHPUR: महेवा मंडी स्थित सचिव कार्यालय के सीवर टैंक का ढक्कन छह महीने से दो अधिकारियों के विवाद में फंसा हुआ हैं। यहां सीवर टैंक की सफाई कराई गई थी लेकिन अधिकारियों की खींचतान के चलते ढक्कन नहीं लगाया जा सका। इस संबंध में मंडी समिति कई बार जिम्मेदारों को लेटर लिख चुकी है लेकिन बावजूद इसके सीवर को पैक नहीं कराया जा सका। वहीं, खुले सीवर के चलते तेज बदबू तो उठ ही रही है, मंडी के व्यापारियों और कर्मचारियों पर संक्रामक बीमारियों का खतरा भी मंडरा रहा है।

किसी तरह हुई सफाई, कवर लगाते रह गए जिम्मेदार

महेवा मंडी की स्थापना के समय ही सचिव कार्यालय में सीवर टैंक का निर्माण किया गया था। तभी से सीवर टैंक की सफाई नहीं कराई गई थी। जिसकी वजह से वह चोक हो चुका था और मंडी परिसर में लगातार वॉटर लॉगिंग की वजह बन रहा था। इसे गंभीरता से लेते हुए मंडी समिति ने छह महीने पहले एक निजी संस्था द्वारा सीवर टैंक का ढक्कन तोड़कर सफाई कराई। लेकिन बजट का रोना रो रहे निर्माण विभाग व यांत्रिक विभाग ने टैंक के ऊपर ढक्कन लगाने में हाथ खड़े कर दिए। सूत्रों की मानें तो पिछले दिनों स्वच्छता को लेकर चले जागरुकता अभियान के दौरान इस पर सवाल भी उठे थे। बताया जा रहा है कि इसको लेकर निर्माण विभाग और यांत्रिक विभाग के अधिकारी भिड़ गए हैं। इसी खींचतान का नतीजा है कि छह माह बीत गए लेकिन सीवर टैंक पर ढक्कन नहीं लगाया जा सका।

बदबू करती परेशान, बीमारी का सताता डर

सीवर टैंक खुला होने के चलते व्यापारियों और यहां पहुंचने वाले लोगों को इससे उठने वाली तेज बदबू भी परेशान कर रही है। वहीं, संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा भी बना हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि इसे लेकर कई बार जिम्मेदारों से गुहर लगाई जा चुकी है लेकिन अधिकारियों की खींचतान सीवर टैंक पर एक ढक्कन तक नहीं लगने दे रही।

वर्जन

खुले सीवर टैंक पर ढक्कन लगवाने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है। जल्द ही टैंक पर ढक्कन लगा दिया जाएगा।

- सेवाराम वर्मा, सचिव, मंडी समिति