865 लोगों के पासपोर्ट का ठग ने क्या किया?

- साउथ अफ्रीका और सिंगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर हो चुकी है लाखों की ठगी

- जक्कनपुर के कन्नूलाल इलाके में रह रहा है शातिर, लेकिन पुलिस नहीं कर सकी गिरफ्तार

PATNA : राजधानी की पुलिस कितनी एक्टिव है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिस ठग को एक साल से खोज रही है, वह शहर में मौजूद था और उसके बारे में पता ही नहीं चला। और जब लोगों ने उसे ढूंढ कर पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने इतना मौका दे दिया कि वह दोबारा फरार हो गया।

हुआ यूं कि साउथ अफ्रीका और सिंगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर मनोज कुमार राय नाम के शख्स ने 8म्भ् लोगों को ठग लिया। पहले तो लोगों से मेडिकल, फोटो, वीजा और टिकट के नाम पर किस्तों में लाखों रुपए ठगे। फिर सभी का पासपोर्ट ले लिया। इसके बाद वीजा देने के नाम पर टालता रहा। लोगों को जब गड़बड़ी का एहसास हुआ तब तक मनोज राय करीब म्भ् लाख रुपए ठग चुका था।

- ऐसे हुए ठगी के शिकार

ठगी के शिकार अधिकांश लोग गोपालगंज, सीवान, पूर्णिया सहित दूसरे जिलों के हैं। गोपालगंज के गोपालपुर थाना के तहत बंजरिया गांव है। यहां पलंबर का काम करने वाले हीरा समेत इनकी फैमिली के क्क् लोगों ने विदेश में नौकरी के लिए मनोज राय को रुपए दिए थे। मनोज से इन्हें गांव के ही कुछ लोगों ने मिलवाया था जो कुछ महीने तक सउदी अरब में नौकरी कर चुके हैं। इस कारण हीरा और उनकी फैमिली को पूरा विश्वास था कि वो लोग भी विदेश जाएंगे।

- क्0 दिन की मोहल्लत मांग अब तक है फरार

दो अक्टूबर को हीरा और ठगी के शिकार लोगों ने मनोज कुमार राय को पटना जंक्शन से पकड़ा था। उस दौरान रेल पुलिस ने मनोज को पकड़कर कोतवाली थाने की पुलिस को सौंपा, फिर मामला एसके पुरी थाने का निकला। इसलिए मनोज को एसके पुरी थाने की पुलिस के हवाले किया गया। दरअसल, पानी टंकी मोड़ के पास स्थित एक प्राइवेट हॉस्पीटल में ही शातिर ठग ने ऑफिस खोल रखी थी। वहीं वो रुपए का लेने देन करता था। ठगी के शिकार लोगों के बयान पर फ् अक्टूबर ख्0क्भ् को एफआईआर दर्ज हुआ। लेकिन पहुंच के दम पर मनोज ने थाने से क्0 दिनों की मोहलत ली और सभी के पासपोर्ट और रुपए लौटाने का कमिटमेंट किया।

- पुलिस ने नहीं दिया साथ

मोहलत मिलने के बाद मनोज कभी सामने नहीं आया। इस बीच शनिवार की शाम मनोज को हीरा ने मीठापुर में दयानंद हाई स्कूल के पास पकड़ा। लेकिन वो कन्नू लाल लेन की ओर भागा और एक घर के थर्ड फ्लोर पर छिप गया। उसी घर में वह फैमिली के साथ किराए पर रहता है। हीरा ने जक्कनपुर थाने की पुलिस को सूचना दी। पुलिस आई भी, लेकिन सही से जांच किए बगैर कह दिया कि यहां कोई नहीं है, लगता है कि वो भाग गया। अब ठगी के शिकार लोगों की आस पटना के एसएसपी मनु महाराज से है।