नई दिल्ली (पीटीआई)। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा कि आठ सदस्यों का निलंबन रद होने तक विपक्ष सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करेगा।शून्यकाल के बाद बोलते हुए गुलाम नबी आजाद ने यह भी मांग की कि सरकार एक विधेयक लाए जो यह सुनिश्चित करे कि प्राइवेट कंपनियों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे अनाज की खरीद नहीं करनी चाहिए। उन्होंने सरकार से यह भी कहा कि एमएसपी को समय-समय पर C2 स्वामीनाथन फॉर्मूला के रूप में तय किया जाना चाहिए।

दोनों बिल ध्वनि मत से पारित हुए

राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को फार्मर्स एंड प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) बिल, 2020 और फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑफ प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज बिल, 2020 बिल पेश किए थे। विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच दोनों बिल ध्वनि मत से पारित हुए थे। इस दाैरान राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश सिंह के साथ अनियंत्रित व्यवहार वाले 8 सांसदों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया है।

ये 8 सांसद किए गए निलंबित

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को जिन 8 सांसदों को निलंबित किया है कि वे तृणमूल, कांग्रेस, माकपा और आम आदमी पार्टी के हैं। इन्हें एक सप्ताह के लिए निलंबित किया गया है। निंलबित हुए 8 सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव सातव, रिपुन बोरा और सैयद नासिर हुसैन, माकपा के केके रागेश और एलाराम करीम शामिल हैं। बता दें संसद का मानसून आगामी 1 अक्टूबर को समाप्त हाे जाएगा।

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