मुंबई (पीटीआई)। एकेडमी अवार्ड के 94वें सीजन में इंडियन डाॅक्यूमेंट्री फीचर 'राइटिंग विद फायर' अगले राउंड में पहुंच गई है। इसके डायरेक्टर रिंटू थाॅमस का कहना है कि यह देश और उनकी टीम के लिए एक महान क्षण है। वहीं इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में भारतीय फिल्म 'पेबेल्स' ऑक्सर की रेस से बाहर हो चुकी है। अब सबकी नजर 'राइटिंग विद फायर' पर टिकी हैं। थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा निर्देशित, दोनों डेब्यूटेंट, "राइटिंग विद फायर" दलित महिलाओं द्वारा संचालित भारत के एकमात्र समाचार पत्र खबर लहरिया के उदय का इतिहास है।

इंडियन डाॅक्यूमेंट्री ने किया कमाल
बुधवार को एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज द्वारा घोषित शॉर्टलिस्ट के अनुसार, यह डाक्यूमेंट्री उन पंद्रह फिल्मों में से है, जिन्होंने 2022 एकेडमी अवार्ड के अगले राउंड में प्रवेश किया है। थॉमस ने ट्विटर पर घोषणा का एक स्क्रीनशॉट साझा किया। "#WritingWithFire @TheAcademy शॉर्टलिस्ट पर है। इंडियन डाॅक्यूमेंट्री समुदाय के लिए क्या स्पेशल मोमेंट है। हम उन कहानियों से समृद्ध हैं जिन्हें हम बताने के लिए चुनते हैं।'

पेबेल्स हुई बाहर
इस बीच, इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में भारत की अफिशियल इंट्री "पेबेल्स" अगले स्तर तक आगे नहीं बढ़ सकी। निर्देशक विनोथराज पीएस द्वारा निर्देशित किया गया था। यह नाटक एक शराबी पति की कहानी बताता है, जो लंबे समय से पीड़ित पत्नी के भाग जाने के बाद, अपने छोटे बेटे के साथ उसे खोजने और उसे लाने के लिए निकलता है। अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में 15 फिल्में अभी भी शीर्ष पुरस्कार की दौड़ में हैं। 92 देशों की फिल्में श्रेणी में पात्र थीं।

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk