-सजा देने के बजाए चौकी इंचार्ज ने कराए डिप्स

-बिना आई कार्ड के ही गाडि़यों संग यूनिवर्सिटी में भर रहे थे फर्राटा

-यूनिवर्सिटी कैंपस में स्ट्रिक्टली बैन कर दी गई है गाडि़यां

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में आउट साइडर्स पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। बुधवार को यूनिवर्सिटी में बेरोक-टोक गाड़ी चलाने वालों की चूड़ी कसी गई। सिक्योरिटी गा‌र्ड्स ने जहां गाडि़यों को अंदर जाने से रोका तो वहीं दूसरी ओर मौके पर मौजूद चौकी इंचार्ज बाहरी लोगों को खूब कसरत भी कराई। सजा के तौर पर 100-100 डिप्स मरवाए, जिससे वहां आने वाले बाहरी लोगों ने अपने कान पकड़े और दोबारा एंट्री न करने की शपथ ली। काफी गिड़गिड़ाने और माफी मांगने के बाद चीफ प्रॉक्टर ने गा‌र्ड्स से उन्हें छोड़ने के ि1नर्देश दिए।

गाड़ी खड़ी करने को लेकर गार्ड से उलझा छात्र

यूनिवर्सिटी में गाडि़यों की एंट्री बैन होने के बाद आए दिन बवाल देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों जहां एक कर्मचारी की पुलिस ने जबरदस्त पिटाई कर दी थी। बुधवार को भी एक छात्र पिटते-पिटते बचा। गाड़ी कैंपस में एंट्री को लेकर उसकी गा‌र्ड्स से काफी बकझक भी हुई। इस दौरान छात्र ने आरोप लगाया था कि गा‌र्ड्स ने भद्दी-भद्दी गालियां दी हैं, जबकि गा‌र्ड्स इससे साफ इनकार कर रहे थे और उनका कहना था कि यह छात्र उन्हें गोली मारने की धमकी दे रहा था। काफी बहस-व-तकरार के बाद मामला शांत हो सका।

एंट्री करेंगे तो खुद होंगे जिम्मेदार

चीफ प्रॉक्टर प्रो। गोपाल प्रसाद ने बताया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी भी आउट साइडर्स की एंट्री बैन है। अगर वह पकड़े जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। कैंपस के स्टूडेंट्स को भी यूनिवर्सिटी में गाड़ी ले जाने की इजाजत नहीं है, उन्हें अपनी गाडि़यां स्टैंड में ही खड़ी करनी है। इस मामले में चीफ प्रॉक्टर ने सभी विभागाध्यक्षों को लेटर भेजकर इस बात की सूचना देने की बात भी कही है।