- सेवायोजन ऑफिस में रोजगार मेला आयोजित कर सिलेक्ट किए जाएंगे इंप्लॉय

-न्यूनतम वेतन, ईपीएफ आदि का भी होगा निर्धारण

-1 अप्रैल से लागू हो सकता है आदेश

-3 कैटेगरी में रखे जाएंगे इंप्लॉयज

-8067 रुपए होगी मिनिमम सैलरी

बरेली:गवर्नमेंट डिपार्टमेंट्स में आउट सोर्सिग कर्मचारी रखने में मनमानी के खेल पर अब रोक लगेगी। आउट सोर्सिंग कर्मचारी इंप्लॉयमेंट ऑफिस के माध्यम से रखे जाएंगे। इसके लिए शासनादेश भी इंप्लॉयमेंट ऑफिस पहुंच चुका है। वहीं सूत्रों की मानें तो शॉपिंग मॉल एवं मल्टीप्लेक्स में काम करने वाले कर्मचारियों को मनमर्जी से पैसा देकर काम लेने की व्यवस्था पर भी जल्द विराम लगने वाला है। सरकार इन कर्मचारियों के लिए भी न्यूनतम वेतनमान लागू करने जा रही है। इसके लिए रीजनल इम्प्लॉयमेंट ऑफिस में रोजगार मेला लगाया जाएगा।

मिनिमम सैलरी तय

इस व्यवस्था से कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतन का पालन हो सकेगा। हालांकि अभी तक आउट सोर्सिग कर्मचारी ठेकेदारों के माध्यम से रखे जाते हैं, लेकिन ठेकेदार इन कर्मचारियों को वेतन देने में मनमानी करते हैं। नई व्यवस्था लागू होने के बाद ठेकेदार और विभागों की मनमानी पर रोक लगेगी। शासन ने आउट सोर्स इंप्लॉयज के लिए मिनिमम 8067 सैलरी भी तय कर दी है।

आसानी से मिलेंगे इंप्लॉएज

माना जा रहा है कि जल्द ही मल्टीप्लेक्स और शोरूम में भी नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। इससे संचालकों को कर्मचारियों की तलाश में भटकना नहीं पड़ेगा। इंप्लॉयज की जरूरत होने पर रिक्तियों का ब्यौरा रीजनल इम्प्लॉयमेंट ऑफिस को उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद रोजगार मेला लगाकर इंप्लॉयज की तलाश की जाएगी। तीन श्रेणियों अकुशल, अ‌र्द्धकुशल और कुशल, वर्ग में कर्मचारियों को अलग-अलग वेतन भी संचालकों को देना होगा।

जल्द जारी हो सकता है आदेश

प्राइवेट सेक्टर में आउट सोर्स इंप्लॉजय के लिए नई व्यवस्था लागू करने की श्रम एवं सेवायोजन मंत्रालय ने तैयारी पूरी कर ली गई है। मंत्रालय की ओर से प्रदेश के सभी इम्प्लॉयट ऑफिस को अप्रैल में आदेश जारी किया जा सकता है।

-किसी भी सरकारी डिपार्टमेंट में आउटसोर्सिग इंप्लॉयज की जरूरत होती है तो वह सेवायोजन ऑफिस के पोर्टल पर रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में से इप्लॉयज को सिलेक्ट करेगा। इस संबंध में शासनादेश आ चुका है। इसके साथ ही अभी शॉपिंग मॉल आदि में इंप्लॉयज को रखने की प्रक्रिया के बारे में निर्देश नहीं मिला है।

-त्रिभुवन सिंह, डिप्टी डायरेक्टर रीजनल इम्प्लॉयमेंट ऑफिस, बरेली