-दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र का है मामला, जांच में जुटी पुलिस

PATNA(21Oct)

दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र में लोन दिलाने के नाम पर 200 महिलाओं से 3 करोड़ 28 लाख रुपए की ठगी हुई है। ठगी से महिलाओं में काफी आक्रोश है। महिलाओं को इस बात की जानकारी तब हुई जब बैंकों से पैसा वापस करने का नोटिस आना शुरू हो गया और एजेंटों का आना-जाना बिल्कुल बंद हो गया। मामला दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र के तीन गांवों से जुड़ा है।

पीडि़त महिलाओं ने सोमवार को उलार सूर्य मंदिर में छठ पर्व की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में भाग लेने आए एसडीओ का घेराव किया और जांच कर कार्रवाई की मांग की। थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि महिलाओं के समूह के साथ फर्जीवाड़े की सूचना मिली है। लिखित शिकायत मिलने के बाद जांच की जाएगी।

5-5 महिलाओं की टीम बनवाई

उलार सूर्य मंदिर में छठ तैयारी की बैठक चल रही थी। तभी वहां बारा बीघा, अलीपुर, उलार गांव की दर्जनों महिलाएं बंधन बैंक, फिजन बैंक, एक्सर्स बैंक, फीड बैंक, देवकली बैंक, रोहन बैंक, समस्ता बैंक का पासबुक लेकर पहुंच गई। शोरगुल कर बैठक का विरोध किया। थानाध्यक्ष अशोक कुमार और बाल विकास परियोजना की सुपरवाइजर नजमा परवीन महिलाओं से पूछताछ करने लगीं। पीडि़त ललिता देवी, विरंजी देवी, मालती देवी, प्रीति देवी, नीतू देवी, प्रमिला देवी, चंद्रवती देवी सहित दर्जनों महिलाओं ने बताया कि पांच माह पूर्व गांव में अलीपुर के प्रेम साव के साथ कुछ लोग आए थे। साव के साथ आए लोगों ने खुद को बैंकों का एजेंट बताया। फिर महिलाओं को स्वावलंबी बनकर अच्छी कमाई करने के लिए उत्साहित किया। गांव में पांच-पांच महिलाओं का ग्रुप बनाकर लोन देने के लिए टीम बनवाई। लोन के रुपए से रोजगार करने की योजना बनवाई।

भरवाया निकासी फॉर्म

पीडि़त महिलाओं ने बताया कि बैंक के लोन की प्रक्रिया खुद एजेंट ने तैयार की। प्रेम साव को गारंटर बनाकर महिलाओं से बैंक से पैसा निकासी का फॉर्म भरवाया। एक महिला को एक किस्त में 50 हजार रुपए की निकासी करवाई जाती थी पर निकाले गए पैसे का 10 प्रतिशत ही महिलाओं को दिया जाता था। बाकी 90 प्रतिशत रोजगार अवसर तैयार करने पर देने का वादा किया जाता था। महीनों बीत जाने के बाद एजेंटों का आना जाना कम हो गया।

बैंक से आने लगा नोटिस

महिलाओं के पास पूरी रकम निकासी का बैंक से नोटिस आने लगा। जबकि महिलाओं को 10 फीसदी रकम ही मिली थी। ऐसे में परेशान महिलाओं ने बाहरी एजेंट को ढूंढ़ना चाहा पर कोई पता नहीं चला। बैंक का नोटिस दिखाने के लिए प्रेम साव के पास लोगों को आना-जाना शुरू हुआ। करीब 10 दिन पहले प्रेम साव की मौत हो गई। महिलाओं को जब पता चला कि वे ठगी की शिकार हुई हैं तब परेशान हो गई। सुनीता देवी, राजपतिया देवी, पूनम देवी, कमला देवी, शीला देवी, उर्मिला देवी, फूला देवी सहित सैकड़ों महिलाओं ने दावा किया इन तीन गांव की महिलाओं के नाम पर 3 करोड़ 28 लाख रुपए की निकासी की गई है।