नौकरीपेशा महिलाएं बोलीं, सरकार को और भी उठाए जाने चाहिए थे कदम

महिलाओं के लिए पांच हजार रुपये के ओवरड्राफ्ट को बताया बेहतर

Meerut । आजादी के बाद देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया। इससे महिलाओं को भी उम्मीद थी कि वित्तमंत्री उनकी समस्याओं को समझेंगी और महिलाओं के हितों से जुड़ी योजनाओं को बजट में तवज्जो देगी। दरअसल, शहर की महिलाएं इस बजट की अच्छाई व कमियां दोनों ही बता रही है। वहीं वर्किंग वूमेन अपने लिए कुछ ख्रास न होने की बात कह रही है।

वर्जन

बजट में भले ही महिलाओं के लिए काफी स्कीम निकाली हो पर जॉब करने वाली महिलाओं के लिए कुछ खास नहीं है, जैसे की प्राइवेट कम्पनी में समय सीमा के नियम को न मानने वालों पर कड़े कानून, जॉब में कम से कम एक एक्स्ट्रा छूटी मिलने की राहत मिलनी चाहिए, ताकि महिलाओं एक माह में चार नहीं पांच एक्स्ट्रा छूटी मिलनी चाहिए। इसके अलावा बैंक की ओवर ड्राफ्ट स्कीम बेहतर है।

छाया, वर्किंग वूमेन

लोन मिलेगा ये बहुत अच्छा है, पांच हजार का ओवरड्राफ्ट भी बेहतर है, पर इसके अलावा भी बहुत कुछ है जो होना चाहिए था। महिलाओं को बसों के रेंट में व रेल के किराए में कुछ छूट मिलनी चाहिए ताकि उनको फायदा हो, इसक अलावा महिला सुरक्षा पर कुछ और कड़े कानून हो, जैसे उनकी सुनवाई भी जल्दी होनी चाहिए, न कि फाइलों को सालों तक लटकाया जाए, इसके अलावा कम्पनीज में महिलाएं के लिए समय सीमा पर कानून हो।

श्वेता, वर्किंग वूमेन

-------

महिलाओं के लिए किचन में खाने के सामान मसालों आदि के रेट तो सही है पर सिलेंडर पर कुछ बदलाव होने चाहिए, मेरे हिसाब से गैस सिलेंडर हटाकर केवल पाइप लाइन सिस्टम होना चाहिए, जो कि कम पैसे में हो ताकि किचन में फायदा हो, इसके अलावा गृहणी के लिए कोई स्पेशल पेंशन स्कीम हो ताकि वो भी अपने लिए कुछ बेहतर महसूस कर सकें।

मीनू, गृहणी

हाउस वाइफ हूं इसलिए बजट में किचन की बात मेरे लिए पहले है, गैस सिलेंडर महंगे है उनके रेट कम होने चाहिए, इसके साथ ही मिक्सी, फ्रिज जैसी चीजें जो घरों के लिए जरुरत है, उनके रेट भी कुछ कम होने चाहिए ताकि एक आम इंसान इसको आसानी से खरीद सकें,

रुबी, गृहणी