- मुख्यमंत्री ने पीएसी के 70वें स्थापना दिवस समारोह में लिया हिस्सा

- शामली में बनेगी पीएसी की नई वाहिनी, नहीं होगी संसाधनों की कमी

LUCKNOW :

यूपी पीएसी के नाम पर देश भर में जनता के मन में संतुष्टि का भाव नजर आता है। पीएसी ने हर परिस्थिति में खुद को साबित किया है। मैं खुद 25 साल से पीएसी के बाढ़ राहत कार्यो का गवाह रहा हूं। चाहे एसटीएफ और एटीएस के लिए कमांडो की दरकार हो या फिर एसडीआरएफ के लिए जवानों की, चयन के दौरान सबसे दक्ष जवान पीएसी से ही मिलते है। हर क्षेत्र में इनकी मांग है। जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव में पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में पीएसी की मांग की गयी है। मैंने इसकी वजह जाननी चाही तो पता लगा कि पीएसी के जवान ही दुर्गम इलाकों में अच्छा काम कर सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पीएसी के 70वें स्थापना दिवस के शुभारंभ के अवसर पर पीएसी को सर्वोत्तम बल बताते हुए कहा कि जल्द ही शामली में भी पीएसी की नई वाहिनी बनेगी।

महिलाओं की भी आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी में महिलाओं की भी आवश्यकता है इसलिए हमने गोरखपुर, बदायूं और लखनऊ में तीन महिला बटालियन बनाने की मंजूरी दी है। जब हम सरकार में आए तो पता चला कि पीएसी की 74 कंपनियां समाप्त कर दी गयी है। हमने इसे फिर से पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया। वहीं डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पीएसी देश का सबसे पुराना सशस्त्र बल है। यह कानून-व्यवस्था के साथ अपराध नियंत्रण में भी मदद करता है। सांप्रदायिक हिंसा के मामलों में काबू पाने के लिए नागरिक पुलिस के साथ पूरा सहयोग करता है। वहीं एडीजी पीएसी आरके विश्वकर्मा ने कहा कि जल्द ही पीएसी को 18 हजार जवान मिलने वाले है। हालिया बाढ़ में पीएसी ने 26 लोगों की जान बचाई है। कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में निष्पक्ष मतदान कराया। इस अवसर पर पीएसी, एसएसबी और आईटीबीपी के बैंड ने देशभक्ति की धुन छेड़ी तो पुलिस माडर्न स्कूल और एसकेडी अकेडमी के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, आईजी पीएसी ए। सतीश गणेश, डीआईजी पीएसी प्रवीण कुमार त्रिपाठी समेत तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

इन्हें मिला सम्मान

बेस्ट बटालियन- 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ, सेनानायक डॉ। राकेश कुमार सिंह

बेस्ट प्लेयर- प्रभाष श्रीवास्तव, ऑल इंडिया पुलिस जिमनास्टिक गेम्स में कांस्य पदक

बेस्ट वर्क- तीसरी वाहिनी गोण्डा, बाढ़ राहत कार्य के दौरान तीन लोगों की जान बचाई