PAC should have women s battalion says up DGP

DGP, UP PAC, PAC Day, Women battalion, Lucknow, Uttar pradesh, women s battalion
PAC में तैनात होंगी महिलाएं, 3 महिला बटालियन बनेगी
LUCKNOW : भारतीय जनता पार्टी के लोक कल्याण संकल्प पत्र में किए गये एक अहम वादे को पूरा करने के लिए यूपी पुलिस ने कमर कस ली है। वादे के मुताबिक प्रदेश में पीएसी की तीन महिला बटालियन बनाने का खाका तैयार किया जा रहा है। इन बटालियन के नाम अवंती बाई बटालियन, झलकारी बाई बटालियन और ऊदा देवी बटालियन रखा जाना है। इसके लिए पीएसी मुख्यालय ने प्रदेश के तीन अलग-अलग जगहों पर जमीन की तलाश शुरू कर दी हैं। सूत्रों की मानें तो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और बुंदेलखंड में बटालियन के लिए जमीन को प्राथमिकता दी जाएगी। 

अयोध्या के नजदीक बनाने की तैयारी
तीनों महिला बटालियन बनाने से पहले उनकी उपयोगिता और प्रदेश में किसी भी हिस्से में तेज रफ्तार के साथ पहुंचने की भी संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। जल्द बनने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के अयोध्या-फैजाबाद लिंक रोड पर इसके लिए जमीन तलाशी जा रही है। इसी तरह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आगरा के नजदीक और बुंदेलखंड में झांसी के पास की कई जमीनों को परखा जा रहा है। 

पुलिस महकमे को हस्तांतरित की जाएगी जमीन
पुलिस महकमा सीधे जमीन को खरीद नहीं सकता इसे देखते हुए वन विभाग की जमीनों को पुलिस महकमे को हस्तांतरित करने पर भी विचार चल रहा है। अयोध्या के निकट बटालियन बनने से पूर्वांचल, आगरा के समीप होने से पश्चिमी उप्र और झांसी में बटालियन होने से पूरे बुंदेलखंड को आसानी से कवर किया जा सकेगा। एक बटालियन की स्थापना के लिए करीब 70 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। झांसी में पीएसी की एक बड़ी जमीन पहले से मौजूद है जो मध्य प्रदेश सीमा के नजदीक है। इस पर बटालियन स्थापित करने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है।

मेट्रो और एयरपोर्ट पर जरूरत
पीएसी की महिला बटालियन बनाने की वजह केवल लोक कल्याण संकल्प पत्र ही नहीं बल्कि प्रदेश पुलिस की जरूरतें भी है। लखनऊ मेट्रो के साथ नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोडऩे वाली मेट्रो पर भी महिला पुलिसकर्मियों की आवश्यकता है जो महिलाओं की चेकिंग आदि का कार्य कर सकें। इसी तरह नई नीति के तहत प्रदेश में बनने वाले छोटे एयरपोर्ट पर भी महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जानी आवश्यक है। भविष्य में इनकी सुरक्षा का जिम्मा भी पीएसी को ही मिलना है लिहाजा, इस दिशा में तेजी से काम शुरू हो चुका है। 

एडीजी पीएसी आरके विश्वकर्मा ने बताया कि पीएसी की तीन महिला बटालियन बनाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। फिलहाल हमारी प्राथमिकता एक्सप्रेस वे और बुंदेलखंड है। एक्सप्रेस वे की मदद से पुलिस बल को तेजी के साथ प्रदेश के किसी भी हिस्से में भेजा जा सकेगा। साथ ही मेट्रो और छोटे एयरपोर्ट की सुरक्षा का काम भी आसान हो सकेगा।


ये वादे अभी नहीं पूरे
- महिला उत्पीडऩ के मामलों के लिए एक हजार महिला अफसरों का विशेष जांच विभाग
- महिला उत्पीडऩ के मामलों की सुनवाई के लिए सौ फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना
- प्रदेश के प्रत्येक पुलिस थाने में पर्याप्त महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती किया जाना
- प्रदेश के हर जिले में तीन महिला पुलिस स्टेशनों की स्थापना किया जाना

अयोध्या के नजदीक बनाने की तैयारी

तीनों महिला बटालियन बनाने से पहले उनकी उपयोगिता और प्रदेश में किसी भी हिस्से में तेज रफ्तार के साथ पहुंचने की भी संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। जल्द बनने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के अयोध्या-फैजाबाद लिंक रोड पर इसके लिए जमीन तलाशी जा रही है। इसी तरह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आगरा के नजदीक और बुंदेलखंड में झांसी के पास की कई जमीनों को परखा जा रहा है। 

 

पुलिस महकमे को हस्तांतरित की जाएगी जमीन

पुलिस महकमा सीधे जमीन को खरीद नहीं सकता इसे देखते हुए वन विभाग की जमीनों को पुलिस महकमे को हस्तांतरित करने पर भी विचार चल रहा है। अयोध्या के निकट बटालियन बनने से पूर्वांचल, आगरा के समीप होने से पश्चिमी उप्र और झांसी में बटालियन होने से पूरे बुंदेलखंड को आसानी से कवर किया जा सकेगा। एक बटालियन की स्थापना के लिए करीब 70 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। झांसी में पीएसी की एक बड़ी जमीन पहले से मौजूद है जो मध्य प्रदेश सीमा के नजदीक है। इस पर बटालियन स्थापित करने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है।


मेट्रो और एयरपोर्ट पर जरूरत

पीएसी की महिला बटालियन बनाने की वजह केवल लोक कल्याण संकल्प पत्र ही नहीं बल्कि प्रदेश पुलिस की जरूरतें भी है। लखनऊ मेट्रो के साथ नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोडऩे वाली मेट्रो पर भी महिला पुलिसकर्मियों की आवश्यकता है जो महिलाओं की चेकिंग आदि का कार्य कर सकें। इसी तरह नई नीति के तहत प्रदेश में बनने वाले छोटे एयरपोर्ट पर भी महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जानी आवश्यक है। भविष्य में इनकी सुरक्षा का जिम्मा भी पीएसी को ही मिलना है लिहाजा, इस दिशा में तेजी से काम शुरू हो चुका है। 

 

ये वादे अभी नहीं पूरे

- महिला उत्पीडऩ के मामलों के लिए एक हजार महिला अफसरों का विशेष जांच विभाग

- महिला उत्पीडऩ के मामलों की सुनवाई के लिए सौ फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना

- प्रदेश के प्रत्येक पुलिस थाने में पर्याप्त महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती किया जाना

- प्रदेश के हर जिले में तीन महिला पुलिस स्टेशनों की स्थापना किया जाना

क्या बोले एडीजी पीएसी

एडीजी पीएसी आरके विश्वकर्मा ने बताया कि पीएसी की तीन महिला बटालियन बनाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। फिलहाल हमारी प्राथमिकता एक्सप्रेस वे और बुंदेलखंड है। एक्सप्रेस वे की मदद से पुलिस बल को तेजी के साथ प्रदेश के किसी भी हिस्से में भेजा जा सकेगा। साथ ही मेट्रो और छोटे एयरपोर्ट की सुरक्षा का काम भी आसान हो सकेगा।

 

National News inextlive from India News Desk

National News inextlive from India News Desk