- 24 घंटे में दूसरी मौत पर परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

LUCKNOW:केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में एक दिन पहले हुई बच्चे की मौत को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि शनिवार सुबह 5 बजे कोहराम मच गया। मरीज की मौत के बाद हंगामा कर रहे परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर दर्द का इंजेक्शन देते रहे और मरीज की स्थिति को ठीक बताते रहे। जब मरीज ठीक था तो मौत कैसे हुई इसका जवाब डाक्टर नहीं दे पाए। इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।

एक्सीडेंट में हुए थे घायल

बस्ती निवासी सत्यजीत लाल सीतापुर के पास खैराबाद में देर रात सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। परिजन सत्यजीत को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने सत्यजीत को भर्ती कर लिया कई जांचें कराने के बाद इलाज शुरू किया। उन्होंने अपने मरीज के बारे में जानकारी ली तो डॉक्टर्स ने सुधार होने की बात कही। सारी रात मरीज ठीक था, लेकिन सुबह अचानक उसे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर्स ने जैसे ही सत्यजीत की मौत की जानकारी दी तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया।

घटना से किया इनकार

परिजनों ने बताया कि डॉक्टर रात भर दवाओं की पर्चियां पकड़ा कर दवाएं मंगाते रहे, लेकिन उसके इलाज में काफी लापरवाही बरती गई। जिसके चलते उसकी मौत हो गई। परिजनों का हंगामा बढ़ता देखकर ट्रॉमा सेंटर के गा‌र्ड्स के साथ मारपीट भी हो गई। बाद में पुलिस के पहुंचने पर बीच बचाव करने पर मामला शांत हुआ। उधर ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ। हैदर अब्बास ने ऐसी कोई शिकायत होने से इनकार किया। उन्होंने बताया कि अगर किसी को दिक्कत है तो पीआरओ या इंचार्ज के रूम में आकर लिखित शिकायत कर सकते हैं।