ग्लासगो, स्कॉटलैंड (एएनआई) पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के एक राजनीतिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि कोरोना वायरस फैलने के बीच कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान इन दिनों एलओसी पर संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन कर रहा है। एक राजनीतिक कार्यकर्ता और ग्लासगो स्थित लेखक अमजद अयूब मिर्जा ने एएनआई को बताया, 'यह पाकिस्तान है, जो संघर्ष विराम उल्लंघन के लिए जिम्मेदार है। हम, पीओके के लोग इस तथ्य से अवगत हैं कि हमेशा पाकिस्तान युद्ध विराम का उल्लंघन करता है, जिसका भारत प्रतिकार करता है।' कार्यकर्ता ने कहा कि हमेशा की तरह, समय के साथ, पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन शुरू किया गया है, जिसने स्थानीय लोगों के लिए समस्याएं पैदा कर दी हैं, यहां तक कि जम्मू के क्षेत्रों में भी जो युद्धविराम रेखा के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते हैं।

संघर्ष विराम उल्लंघन से मिलती है मदद

पाकिस्तान द्वारा की गई जघन्य गतिविधियों पर आगे बढ़ते हुए, कार्यकर्ता ने कहा, 'ऐसा करने के लिए उनके तीन कारण हो सकते हैं। सबसे पहले कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण महामारी के कुप्रबंधन को उजागर किया गया है। देश में उचित अस्पताल, कोई संगरोध प्रणाली या वेंटिलेटर भी नहीं हैं। सभी के बीच सबसे खराब स्थिति पीओके में है, जहां लोगों को कोई राहत पैकेज भी नहीं मिल रहा है। अस्पतालों में कोई डॉक्टर नहीं हैं और अगर हैं भी तो उनके पास पीपीई किट या अन्य उपकरण जैसी कोई भी चीज नहीं है। इसलिए, पाकिस्तान ने लोगों ध्यान भटकाने के लिए संघर्ष विराम उल्लंघन शुरू किया है।' मिर्जा ने आगे कहा, 'दूसरा कारण यह है कि पाकिस्तान जिहादी आतंकवादियों की घुसपैठ कराना चाहता है और संघर्ष विराम उल्लंघन इन आतंकवादियों को कवर फायर और घुसपैठ की सुविधा प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उन आतंकवादियों को घुसपैठ कराने का फैसला किया है जो कोरोना के मरीज हैं ताकि वे जम्मू-कश्मीर क्षेत्र की यात्रा कर सकें और वायरस फैला सकें।

गिलगित-बाल्टिस्तान में सेना की तैनाती की योजना बना रही है पाक सेना

इसके अलावा, एक तीसरे कारण का हवाला देते हुए, मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तान सेना गिलगित-बाल्टिस्तान में अपने सैनिकों की भारी तैनाती करने की योजना बना रही है। कार्यकर्ता ने कहा, 'इस भारी तैनाती का एक और कारण हो सकता है कि पाकिस्तान कारगिल और गिलगित बाल्टिस्तान की सीमा पर एक नया मोर्चा खोलने की योजना बना रहा है ताकि जिहादियों को भविष्य में वहां से घुसपैठ कराई जा सके।' उन्होंने एएनआई से कहा कि पाकिस्तान की सेना को खुद पर शर्म आनी चाहिए कि इस समय भी जब पूरी दुनिया एक साथ घातक कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एकजुट है, वहीं सेना का अत्याचार जारी है।

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