कानपुर। पाकिस्तान में एक अरसे बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है। श्रीलंकाई टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज पाक दौरे पर गई है। इस सीरीज का पहला मुकाबला शुक्रवार को कराची के नेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैदान में करीब 10 साल बाद कोई इंटरनेशनल मैच हो रहा है। ऐसे में सिर्फ फैंस ही नहीं पाक क्रिकेटर्स भी काफी एक्साइटेड हैं। पाक कप्तान सरफराज अहमद ने बीती रात टि्वटर पर लिखा, 'शुक्रवार को इतिहास रचने वाला है। जनवरी 2009 के बाद कराची में पहला वनडे मैच आयोजित किया जाएगा। मैं सभी क्रिकेट फैंस से अपील करता हूं कि वो इस ऐतिहासिक दिन का हिस्सा बनें, ताकि वह आने वाली पीढ़ी को बता सकें कि हमने नेशनल स्टेडियम में क्रिकेट को वापस अाते देखा है।'


श्रीलंका का पाक दौरा करना साहसिक फैसला
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के नए कोच बने पूर्व खिलाड़ी मिस्बाह उल हक भी अपने मुल्क में क्रिकेट की वापसी को लेकर उत्साहित हैं। मिस्बाह का कहना है, 'क्रिकेट जगत को पाकिस्तान में क्रिकेट को लेकर गंभीरता से सोचना चाहिए। दुनिया के सभी देश जो क्रिकेट खेलते हैं उन्हें पाक में क्रिकेट की वापसी को लेकर प्रयास करने चाहिए। इस बीच मिस्बाह ने श्रीलंकाई टीम की सरहाना भी की जो इतनी भारी सिक्योरिटी के बीच मैच खेलने पाकिस्तान गई। मिस्बाह कहते हैं, 'मैं जानता हूं श्रीलंकाई टीम का पाकिस्तान दौरे पर आना कठिन फैसला है। मगर पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां क्रिकेट को बहुत प्यार मिलता है। मैं उम्मीद करता हूं कि श्रीलंका की तरह बाकी देश भी हमारी मदद करेंगे।'

2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुआ था आतंकी हमला
बता दें मार्च 2009 में लाहौर में एक टेस्ट मैच के दौरान श्रीलंकाई टीम की बस पर आतंकवादी हमले के बाद से अधिकांश अंतरराष्ट्रीय टीमों ने पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया है। इस बार भी पाक दौरे पर गई श्रीलंकाई टीम में कई बड़े चेहरे गायब हैं। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों को यह चुनने की स्वतंत्रता दी थी कि वे पाकिस्तान की यात्रा करना चाहते हैं या नहीं। ट्वेंटी 20 के कप्तान लसिथ मलिंगा और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज और थिसारा परेरा सहित 10 खिलाड़ियों ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए पाकिस्तान दौरे पर न जाने का फैसला लिया था।

 

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