RANCHI: ईसा मसीह के येरुसलेम में प्रवेश की याद में मसीही विश्वासियों ने रविवार को पाम संडे(खजूर रविवार) मनाया। इस उपलक्ष्य में रांची के सभी गिरजाघरों में विशेष आराधना हुई। पुरुलिया रोड स्थित सेंट मेरीज कैथेड्रल में विश्वासियों ने खजूर की डालियां हिलाकर ईसा मसीह का महिमागान किया। जय जय कारऊंचे गगन में हो जय जयकारसहित तमाम तरह के महिमा गान हुए। पाम संडे के मौके पर आयोजित मिस्सा पूजा की अगुवाई कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने किया। सेंट अल्बर्ट कॉलेज से सेंट मरीज कैथेड्रल के मेन गेट तक जुलूस निकाला गया। इसमें खजूर की डालियों के साथ मसीही विश्वासी शामिल हुए। बहुबाजार स्थित सेंट पॉल्स कैथेड्रल में खजूर के क्रूसों की आशीष हुई। मेन रोड स्थित क्राइस्ट चर्च में भी विशेष आराधना हुई। इसके अलावा रांची के विभिन्न गिरजाघरों में विश्वासियों की भीड़ लगी रही। सुबह छह बजे से ही मसीही विश्वासियों का जत्था चर्च पहुंचने लगा था।

पवित्र सप्ताह शुरू

पाम संडे यानी खजूर रविवार ईसाई धर्म के अनुयायियों के प्रमुख त्योहारों में से एक त्योहार है। यह त्योहार ईसाई समुदाय के लोग प्रभु यीशु के येरुसलेम में विजयी प्रवेश के रूप में मनाते हैं। पवित्र बाइबल में कहा गया है कि प्रभु यीशु जब येरुसलेम पहुंचे, तो उनके स्वागत में बड़ी संख्या में लोग पाम यानी खजूर की डालियां अपने हाथों में लहराते हुए एकत्रित हुए। लोगों ने प्रभु यीशु की शिक्षा और चमत्कारों को शिरोधार्य कर उनका जोरदार स्वागत किया। यह बात करीब दो हजार वर्ष पहले की बताई जाती है। उसी दिन की याद में पाम संडे मनाया जाता है। इसे पवित्र सप्ताह की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है। इसका समापन ईस्टर के रूप में होता है। इस बार ईस्टर ख्7 मार्च को मनाया जाएगा। इन दिनों चचरें में विशेष आयोजन होते हैं। इसमें बाइबल का पाठ, प्रवचन और मिस्सा पूजा का आयोजन भी किया जाता है। मसीही विश्वासी हाथों में खजूर की डालियां लेकर प्रभु के आने की खुशी में गीत गाएंगे। गिरजाघरों में शुरू हुई प्रभु आराधना एवं भक्ति का सिलसिला ईस्टर तक जारी रहेगा।